तेजू जीरो, मेचुका, तूतिंग और विजॉय को जल्द ही हवाई संपर्क से जोड़ा जाना है TNI

रामजी पांडे

नई दिल्ली केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पेमा खांडू ने पूर्वोत्तर भारत में हवाई अड्डों और एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड्स (एएलजी) को जोड़ने की योजना के तहत आज पहली मेड इन इंडिया उड़ान डॉर्नियर डीओ-228 को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस उड़ान का संचालन असम के डिब्रूगढ़ से अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट और आखिर में असम के लीलाबारी के लिए होगा।

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केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू, अरुणाचल प्रदेश सरकार में मुख्य सचिव श्री नरेश कुमार, अरुणाचल प्रदेश सरकार में नागर विमानन मंत्री श्री नाकोप नालो, अरुणाचल प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री श्री गोरुक पोरदुंग, अरुणाचल पूर्व से संसद सदस्य श्री तापीर गाओ, नागर विमानन मंत्रालय सचिव श्री राजीव बंसल, अरुणाचल प्रदेश सरकार में सचिव (नागर विमानन) श्री स्वप्निल नायर, एचएएल के सीएमडी श्री आर माधवन, एएआई चेयरमैन श्री संजीव कुमार, संयुक्त सचिव श्रीमती ऊषा पाधी और नागर विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री अम्बर दुबे, अलायंस एयर के सीएमडी श्री विक्रम देव दत्त और अरुणाचल प्रदेश, अलायंस एयर, भारतीय वायुसेना तथा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के कई अन्य अधिकारियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी अलायंस एयर ने भारत में निर्मित डोर्नियर एयरक्राफ्ट के संचालन के लिए रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ एक समझौता किया। इस विमान को हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट कहा गया है। यह पहल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” विजन के तहत आगे बढ़ाई गई है। इसके साथ ही, अलायंस एयर नागरिक संचालन में भारत में निर्मित विमान उड़ाने वाली पहली व्यावसायिक विमानन कंपनी बन गई है।

भारत में निर्मित डीओ-228 की तैनाती चरणबद्ध तरीके से की जाएगी। पहले चरण में, दो हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट डिब्रूगढ़ में तैनात किए जाएंगे, जो तेजू, पासीघाट और जीरो को जोड़ेंगे। कार्यक्रम के दूसरे चरण में, मेचुका, तूतिंग और विजॉय नगर को जोड़ने की योजना है। आगामी 15 दिनों में विमानन कंपनी तेजू को जोड़ देगी और उसके बाद 30 दिनों के भीतर जीरो के लिए हवाई सेवा शुरू कर दी जाएगी।