विक्रम पांडे
नोएडा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सट्टा कारोबारियों के रैकेट का पर्दाफाश करते हुए नोएडा पुलिस ने गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है. यह सट्टेबाज गैंग इंडियन प्रीमियर लीग(आई पी एल) और चुनाव के दौरान कौन बनेगा मुख्यमंत्री पर लोगों से सट्टा लगवाता था. इसके लिये इस गैंग दुबई से लिंक मिलता था और एक दिन 10 लाख रुपए तक की कमाई कर लेता था.पकडे गये बदमाशो के कब्जे से एक लैपटॉप डेल कम्पनी, 12 मोबाइल फोन, एक लाख 64 हजार रुपये नगद, एक रजिस्टर, 12 पेन, 20 हिसाब के पर्चे व 2 गाड़ियां आई-10 और आल्टो गाडी बरामद हुई है।
पुलिस की गिरफ्त में इमरान, अखिलेश पालीवाल, जावेद, मोहसिन, परवेज, ताहिर सभी बुलंदशहर के रहने वाले है। इनको फेज-1 थाना क्षेत्र के सेक्टर-10 से गिरफ्तार किया गया। सट्टेबाज गैंग के छह सदस्यों में इमरान और अखिलेश पालीवाल भी शामिल है सट्टेबाजी की दुनिया मे सट्टा किंग के नाम से जाना जाता है. नोएडा में इन्होंने सेक्टर-10 ऑफिस बना रखा था। ये लोग दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और बुलंदशहर में सट्टेबाजी खिलवाते थे। एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि दुबई से इनके मोबाइल पर एक लिंक शेयर किया जाता था। लिंक आने के बाद मोबाइल को म्यूट कर स्पीकर ऑन कर दिया जाता था। मैच लिंक पर बाल बाय बाल, हार जीत और रन और प्लेयर का सट्टा खेला जाता था। इन आरोपियों ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव वर्ष-2022 में भी सभी पार्टियों पर हार-जीत का सट्टा लगाया था एवं मुख्यमंत्री कौन बनेगा इस पर भी सट्टा लगाया गया था।
बाइट : रणविजय सिंह एडिशनल डीसीपी नोएडा
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि सट्टेबाज गैंग के सट्टे में इनके द्वारा कम से कम 5 हजार और अधिकतम 50 हजार रुपये का सट्टा खिलाया जाता था। एक दिन में करीब 60 लोग सट्टे पर पैसा लगाते थे। पैसा लगाने और खेलने वालों को फाइटर नाम दिए गए थे। ये अपनी लोकेशन बदलकर कभी दिल्ली तो कभी नोएडा, बुलंदशहर, गाजियाबाद आदि में सट्टा खिलवाते थे।
बाइट : रणविजय सिंह एडिशनल डीसीपी नोएडा