जेएनपीए की परियोजनाएं बंदरगाह पर व्यापार सुगमता को बढ़ावा देंगी भारतीय निर्यात और आयात को अधिक ऊंचाई पर ले जाएंगी: जेएनपीए अध्यक्ष

रामजी पांडे

नई दिल्ली जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी (जेएनपीए) ने आज 8 अप्रैल 2022 को सागरमाला के सात साल पूरे होने पर मुंबई में जेएनपीए अध्यक्ष संजय सेठी की अध्यक्षता में एक मीडिया ब्रीफिंग का आयोजन किया। सागरमाला 2015 में भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया पोत परिवहन मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है। 

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इस अवसर पर बोलते हुए, जेएनपीए के अध्यक्ष ने कहा, 'जेएनपीए बंदरगाह आधारित औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार की सागरमाला पहल में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।' जेएनपीए के पास सागरमाला के तहत कई परियोजनाएं हैं जो चतुष्कोणीय दृष्टिकोण पर आधारित हैं- विकास को नई दिशा देना, भारत में लॉजिस्टिक्स खर्च को कम करना, बंदरगाहों के माध्यम से समग्र आर्थिक विकास को बढ़ावा और तटीय समुदायों को सशक्त करना। 

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महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र में अपार संभावनाओं के कारण, राज्य में 1.05 लाख करोड़ रुपये की लागत से 131 परियोजनाओं को लागू करने का प्रस्ताव है। श्री सेठी ने कहा, '131 परियोजनाओं में से 29 परियोजनाओं को जेएनपीए ने अपने हाथों में लिया है।' उन्होंने यह भी बताया कि बाकी परियोजनाएं क्रियान्वयन की प्रक्रिया में हैं। 

 

अध्यक्ष ने यह भी कहा कि जेएनपीए की परियोजनाएं बंदरगाह पर व्यापार सुगमता को बढ़ाएंगी और भारतीय आयात-निर्यात को नई ऊंचाई पर ले जाएंगी। जेएनपीए की परियोजनाओं में चौथा कंटेनर टर्मिनल, जेएनपीए एसईजेड, वर्धा और जालना ड्राई पोर्ट, अतिरिक्त तरल कार्गो जेट्टी शामिल हैं।