रामजी पांडे
नई दिल्ली केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात में बनासकांठा जिले के नडाबेटमें सीमा दर्शन के लिए नवनिर्मित पर्यटन सुविधाओं का लोकार्पण किया। श्री अमित शाह ने नडाबेट बॉर्डर आउटपोस्ट सैनिक सम्मेलन को संबोधित किया और जवानों के साथ बड़ा खाना व संवाद भी किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल और सीमा सुरक्षा बल (BSF) केमहानिदेशक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कोई भी सीमा सुरक्षा बल हो, विशेषकर बीएसएफ़, उसका काम बहुत कठिन होता है। रेतीली आंधियां, चिलचिलाती गर्मी, हाड़ कंपा देने वाली ठंड, इन सबके बीच एकाग्रता के साथ जीवनपर्यंत कर्तव्य के मंत्र को साकार करते हुए बीएसएफ़ के जवान देश की 6385 किलोमीटर लंबी सीमा की सुरक्षा कर रहे हैं। जबसे श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने तबसे देश को दुनिया में हर क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचाने का आयोजनबद्ध तरीक़े से प्रयास हो रहा है। ये प्रयास इसीलिए सफल होगा क्योंकि हमारे सीमा सुरक्षा बल के जवान सीमा पर अभेद्य सुरक्षा का सुदर्शन चक्र लिए हुए खड़े हैं, आप सीमाओं की सुरक्षा करते हो इसीलिए सीमाओं पर विकास संभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि ये तो वो सीमा है जहां बीएसएफ़ और सेना के जवानों ने उत्कृष्ट पराक्रम दिखाया है। लढ़ाई में लगभग 1000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को पाकिस्तान से छीनकर विजय पताका फहराने का काम बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स ने किया। बहुत लंबे समय तक, जब तक समझौता नहीं हुआ, बीएसएफ़ एडमिनिस्ट्रेशन में भी लगी रही और 1965 में 25 बटालियनों के साथ शुरू हुआ ये संगठन, आज 193 बटालियन और 60 आर्टिलरी रेजीमेंट की 2,65,000 जवानों की नफ़री के साथ है। पूरा देश और देश का हर नागरिक मानता है कि ये संगठन और 2,65,000 की ये नफ़री भारत की सुरक्षा की गारंटी है।