वित्तीय वर्ष 2020-21 की तुलना में 82 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 16,071 करोड़ रुपये का उच्चतम ऋण वितरित की गई


 

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नई दिल्ली भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्था लिमिटेड (इरेडा) ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। यह भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सबसे बड़ा समर्पित ऋणदाता है। इरेडा ने लगभग 23921.06 करोड़ रुपए की ऋण की मंजूरी दी है, जो अब तक की सबसे अधिक आंकड़ा है। साथ ही लगभग 16070.82 करोड़ रुपए के ऋण का वितरण किया है।

इस अवसर पर इरेडा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री प्रदीप कुमार दास ने अपने प्रेरक संवाद के माध्यम से सभी कर्मचारियों को संबोधित किया है। इरेडा के सीएमडी ने कहा, “2021-22 में इरेडा ने वैश्विक स्तर पर तनावपूर्ण स्थितियों के साथ-साथ कोविड-19 महामारी की दूसरी और तीसरी लहरों के बावजूद प्रमुख उपलब्धियां प्राप्त की हैं। इरेडा माननीय प्रधानमंत्री के 'पंचामृत' सीओपी-26 लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, जिनमें 2030 तक आरई (नवीकरणीय ऊर्जा) स्रोतों के माध्यम से देश की ऊर्जा जरूरतों की 50 फीसदी का लक्षित उपयोग और भारत की गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित ऊर्जा क्षमता को 500 गीगावाट तक बढ़ाना शामिल है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण 2022 में घोषित उच्च दक्षता वाले सौर मॉड्यूल के निर्माताओं को पीएलआई योजना के तहत 19,500 करोड़ रुपये के अतिरिक्त आवंटन के लिए इरेडा पूरी तरह से एक कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में तैयार है।”

वित्तीय वर्ष 2021-22 में इरेडा के प्रदर्शन की मुख्य विशेषताएं (अनंतिम) निम्नलिखित हैं:

  • ऋण की स्वीकृति: वित्तीय वर्ष 2021-22 में 117 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ अब तक का सबसे अधिक 23,921 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2020-21 में यह आंकड़ा 11,001 करोड़ रुपये था।
  • ऋण वितरणवित्तीय वर्ष 2021-22 में 82 फीसदी बढ़ोतरी के साथ अब तक का सर्वाधिक 16,071 करोड़ रुपये ऋण का वितरण किया गया। वित्तीय वर्ष 2020-21 में यह आंकड़ा 8,827 करोड़ रुपये था।   
  • एनपीए: वित्तीय वर्ष 2021-22 में शुद्ध एनपीए वित्तीय वर्ष 2020-21 के 5.61 फीसदी से 41 फीसदी घटकर 3.29 फीसदी हो गया।
  • कुल संपत्तिवित्तीय वर्ष 2021-22 की समाप्ति तक यह 67 फीसदी बढ़कर 4,989 करोड़ रुपये हो गया। वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल संपत्ति 2,995 करोड़ रुपये की थी।
  • ऋण खाता: वित्तीय वर्ष 2021-22 में 22 फीसदी बढ़कर यह 34,000 करोड़ रुपये हो गया। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2020-21 में यह 27,854 करोड़ रुपये था।