रामजी पांडे
नई दिल्ली केंद्रीय पत्तन, नौवहन और जलमार्ग एवं आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज गुवाहाटी में पटना से बांग्लादेश होते हुए पांडु तक खाद्यान्न की पहली जलयात्रा का स्वागत किया। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा और गुवाहाटी से लोकसभा के सांसद क्वीन ओजा के साथ भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) के अध्यक्ष संजय बंदोपाध्याय समारोह में शामिल हुए और उन्होंने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के लिए कुल 200 मीट्रिक टन खाद्यान्न ले जाने वाले स्व-चालित जहाज एमवी लाल बहादुर शास्त्री का स्वागत किया, क्योंकि इसने पटना से पांडु तक बांग्लादेश के रास्ते पहला पायलट रन पूरा किया। असम और पूर्वोत्तर भारत के लिए अंतर्देशीय जल परिवहन के एक नए युग की शुरुआत करते हुए आईडब्ल्यूएआई एनडब्ल्यू1 और एनडब्ल्यू 2 के बीच एक निर्धारित अनुसूचित नौकायन की योजना बना रहा है।
इस जहाज ने राष्ट्रीय जलमार्ग -1 (गंगा नदी) पर पटना से अपनी यात्रा शुरू की और भागलपुर, मनिहारी, साहिबगंज, फरक्का, त्रिबेनी, कोलकाता, हल्दिया, हेमनगर से होते हुए गुजरा, भारत बांग्लादेश प्रोटोकॉल (आईबीपी) मार्ग के खुलना, नारायणगंज, सिराजगंज, चिलमारी और राष्ट्रीय जलमार्ग-2 के धुबरी और जोगीघोपा होते हुए 2,350 किमी की दूरी को तय किया। इस अद्भुत शुरुआत का गणमान्य लोगों ने स्वागत किया, जिसमें कार्गो आवाजाही में क्रांतिकारी बदलाव की क्षमता है। एक अन्य जहाज एमवी राम प्रसाद बिस्मिल दो नौका ( मालवाह नाव) कल्पना चावला और एपीजे अब्दुल कलाम के साथ 17 फरवरी 2022 को हल्दिया से यात्रा शुरू की और पांडु जाने के रास्ते में है। जहाज 1800 एमटी मीट्रिक टन टाटा स्टील ले जा रहा है, जो पहले ही बांग्लादेश की सीमा धुबरी में पहुंच गया है। नुमालीगढ़ बायो-रिफाइनरी का ओडीसी (ओवर डायमेंशनल कार्गो, 252 एमटी) आईबीपी मार्ग से आईडब्ल्यूटी के माध्यम से हल्दिया से 15 फरवरी को सिलघाट पहुंचा। एक अन्य ओडीसी (250एमटी) खेप भी सिलघाट के रास्ते में है।