गोविन्द राणा बदायूं- राजकीय महाविद्यालय आवास विकास की राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम इकाई एवं तृतीय ईकाई का तृतीय एक दिवसीय शिविर में युवा वर्ग में व्याप्त नशा की लत से मुक्ति हेतु जनजागरूकता अभियान चलाया गया।अभिगृहित ग्राम नरऊ बुजुर्ग और पड़ौआ में स्वयंसेवीओ ने डोर टू डोर सर्वेक्षण कर नशा के गुलाम युवा व अन्य नागरिकों को चिन्हित किया गया तथा नशा से बचने के उपाय बताए गए। कार्यक्रम अधिकारी डॉ सतीश सिंह यादव एवं डॉ बबिता यादव के नेतृत्व में स्वयंसेविओं ने मादक पदार्थों के सेवन से बचने के लिए जन जागरूकता रैली भी निकाली।
महाविद्यालय के सभागार में सम्पन्न हुए बौद्धिक सत्र में जिला नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि किशोरावस्था से ही मादक पदार्थों से दूर रहने का प्रयास किया जाता है इस अवस्था में मादक पदार्थ के आकर्षण में हंसने वाला युवा आजीवन अपनी जिंदगी को नर्क बना देता है डॉक्टर आज धारिया दो ने कहा कि नशा करने वाले व्यक्ति की शारीरिक मानसिक और आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती है डॉक्टर दिलीप वर्मा ने कहा कि मादक पदार्थों का गुलाम बन्ना भी एक प्रकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के अभाव में व्यक्ति मानसिक पदार्थों का गुलाम बन जाता है और आजीवन और अपराध की ओर भी कदम बढ़ाता है डॉक्टर प्रेमचंद चौधरी नशा से मुक्ति के लिए सतत प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि जीवन में कोई कार्य संभव नहीं होता है यदि हम ठान लें तो बहुत सी बीमारियों का कारण मादक पदार्थ का पूर्णतया त्याग कर सकते हैं
इस अवसर पर सचिन कुमार, डॉ ज्योति विश्नोई, डॉ नीरज कुमार, डॉ मिथिलेश आदि ने सहयोग प्रदान किया। सर्वेक्षण कार्य में गीतांजलि सिंह,अंकित मौर्या, वैष्णवी गुप्ता, मोहम्मद शोएब, रितिक कुमार ,गोविंद शर्मा,अनुज प्रताप,अंशुल कुमार, रोहित, एकता सक्सेना, बन्टी,दीक्षा सक्सेना,अलका शँखधार,अंजलि, पारुल तोमर,पायल जादौन,स्नेहा पांडे,रिंकू कश्यप, अनामिका,नेहा शाक्य,कशिश आर्या,दिव्या राजपूत, अंशिका सोलंकी,महिमा कश्यप, राखी,अपसार गाजी, प्रशान्त, शैलेष, अचल यादव आदि ने सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया।