गोविन्द राणा बदायूं- राजकीय महिला महाविद्यालय बदायूं के राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के तृतीय दिवस पर दोनों इकाई की स्वयंसेवी छात्राएं कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती मनीषा भूषण एवं सह प्रभारी डॉ भावना सिंह के नेतृत्व में शिविर स्थल सोथा मोहल्ला पूर्वी एवं पश्चिमी में घर- घर जाकर कोविड वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी हासिल की। जैसेकि घर में कितने सदस्य हैं ?उनमें से कितने 15 वर्ष एवं 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं ?कितने लोगों ने टीकाकरण करा लिया है ?सर्वे के पश्चात ज्ञात हुआ की 15 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके बच्चों का टीकाकरण प्रारंभ हो चुका है लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी। स्वयंसेवी छात्राओं द्वारा 15 वर्ष के ऊपर के बच्चों को टीकाकरण कराने के लिए एवं जिन बुजुर्गों ने दोनों डोज़ लगवा ली हैं उनको बूस्टर डोज़ लेने के लिए प्रेरित किया। छात्राओं ने बताया कि अभी भी हम करो ना जैसी इस महामारी से पूर्णतया मुक्त नहीं हुए हैं।
अतः शत-प्रतिशत टीकाकरण कराएं एवं कोविड गाइडलाइन का पालन करते रहे। दोनों इकाइयों की लगभग 50 छात्राओं ताहिरा,अलीशा, शीराज़,इल्मा, धारणा, पिंकी, राखी, अर्चना, वंदना ,अलविना, अरसला, कामिनी,मोहिनी ,प्रीति,अनम,सोनाली, आदि ने सर्वे कार्य के साथ शिक्षा के महत्व को बताने वाले स्लोगन छात्रा धारणा और अनामिका द्वारा दीवार पर लिखे गए, जिनकी वहां के लोगों द्वारा सराहना भी की गई।
शिविर के बौद्धिक सत्र मे फिजिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष श्री ऋषभ भारद्वाज द्वारा डिजिटल शिक्षा एवं साइबर सुरक्षा पर व्याख्यान दिया गया। जिसमें उन्होंने छात्राओं को बताया कि कहा जाता है कि शून्य का आविष्कार भारत में हुआ और दशमलव का भी ।कहने को तो शून्य कुछ भी नहीं है पर उसका महत्व इतना बड़ा है कि उसके पीछे लगे बिना कोई भी संख्या बड़ी नहीं बन सकती। आपने छात्राओं को कंप्यूटर से संबंधित जानकारी भी प्रदान की,साथ ही हैंग और हैक के अंतर को उदाहरण के माध्यम से बहुत ही सरल ढंग से समझाते हुए साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं की विधिवत जानकारी प्रदान की। जिसके द्वारा छात्राएं फेसबुक, व्हाट्सएप ,मैसेज, कॉल के द्वारा होने वाली विभिन्न साइबर अपराध से बच सकें।
शिविर में महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों का सहयोग रहा।