नई दिल्ली:केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री मनसुख मांडविया ने 'ग्रीन हाइड्रोजन' का उपयोग कर यूरिया और डीएपी उत्पादन में आत्म-निर्भर भारत बनाने के लिए आज एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान मंत्री श्री मांडविया ने उर्वरक विभाग के अधिकारियों से भारत के सतत कृषि और हरित भविष्य के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15.08.2021 को स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन के शुभारंभ की घोषणा की और भारत को ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन और निर्यात के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने का लक्ष्य रखा। मिशन अन्य बातों के साथ-साथ पेट्रोलियम शोधन और उर्वरक उत्पादन, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के स्वदेशी निर्माण के लिए मदद, अनुसंधान एवं विकास गतिविधियां और एक सक्षम नीति तथा नियामक ढांचा जैसे क्षेत्रों में हरित हाइड्रोजन की मांग पैदा करने के लिए एक रूपरेखा का प्रस्ताव करता है। इन प्रस्तावित कदमों से ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का विकास होगा।