रामजी पांडेय
नई दिल्ली:पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ एंड सीसी) की पर्यावरणीय सूचना प्रणाली (एनविस-ईएनवीआईएस) सचिवालय के एक कार्यक्रम, "गैर- इमारती लकड़ी वन उत्पाद (एनटीएफपीएस) (पौधे की उत्पत्ति): बांस शिल्प" का मूल्य संवर्धन और विपणन, पर 15 दिसंबर, 2021 से 12 फरवरी, 2022 तक दो महीने का एक प्रशिक्षण कार्यक्रम नॉर्थ ईस्ट केन एंड बैम्बू काउंसिल (एनईसीबीडीसी) के गुवाहाटी परिसर में शुरू हुआ। इस कार्यक्रम को एनविस हब-असम, असम विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद (असम साइंस टेक्नोलॉजी एंड एनवायरनमेंट काउंसिल–एएसटीईसी) द्वारा नॉर्थ ईस्ट केन एंड बैम्बू काउंसिल (एनईसीबीडीसी), बर्नीहाट, गुवाहाटी (असम) के सहयोग से आयोजित किया गया है।
नॉर्थ ईस्ट केन एंड बैम्बू काउंसिल (एनईसीबीडीसी) के प्रबंध निदेशक डॉ. शैलेंद्र चौधरी ने असम राज्य के सरकारी अधिकारियों के साथ इस अवसर पर प्रशिक्षुओं का स्वागत किया और उन्हें संबोधित किया।