नई दिल्ली:एक लाख से अधिक पेंशनभोगियों को वर्तमान में संपूर्ण भारत में संचार लेखा के प्रधान नियंत्रक/ संचार लेखा कार्यालयों के नियंत्रक द्वारा संपन्न (एसएएमपीएएनएन) परियोजना के माध्यम से सेवा दी जा रही है। इस व्यवस्था ने निम्नलिखित लाभों को सुनिश्चित करते हुए एकल खिड़की सेटअप प्रदान करके पेंशनभोगियों को सेवा प्रदान करने में सुधार किया है:
- पेंशन मामलों का समय पर निपटारा
- ई-पेंशन भुगतान आदेश का प्रावधान
- प्रत्येक पेंशनभोगी के लिए लॉगिन भुगतान इतिहास जैसी महत्वपूर्ण जानकारी तक पहुंच को सक्षम बनाता है
- शिकायतों का ऑनलाइन प्रस्तुतिकरण और समय पर एसएमएस अलर्ट दिया जाना
इसने पेंशन के भुगतान के लिए बैंकों/डाकघरों को कमीशन के भुगतान के कारण भारत सरकार को आवर्ती मासिक बचत होना सुनिश्चित किया है और जो जून, 2021 तक लगभग 11.5 करोड़ रुपए है।
शुरुआत (लॉन्च) के बाद से संपन्न (एसएएमपीएएनएन) से संबंधित मुख्य आंकड़ों (डेटा) का सारांश नीचे दिया गया है:
वर्ष | ऑनबोर्ड किए गए पेंशनभोगियों की संख्या | कुल शिकायतों का समाधान | वितरित की गई धनराशि (करोड़ रूपये) |
2019 | 12,001 | 524 | 2109.67/- |
2020 | 87,958 | 6,839 | 8477.30/- |
2021 (जून माह तक) | 1,382 | 2,267 | 5238.47/- |
कुल योग | 1,01,341 | 9,630 | 15,825.44 करोड़ रुपए |
संपन्न ('पेंशन के लेखा और प्रबंधन के लिए प्रणाली’– एसएएमपीएएनएन) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसे संचार लेखा महानियंत्रक, दूरसंचार विभाग, संचार मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। इस परियोजना को 29 दिसंबर, 2018 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया था। यह दूरसंचार विभाग के पेंशनभोगियों के लिए एक सहज ऑनलाइन पेंशन प्रसंस्करण और भुगतान प्रणाली है। इससे पेंशनभोगियों के बैंक खातों में पेंशन सीधे ही जमा की जाती है।
इस प्रणाली ने विभाग को पेंशन मामलों के तेजी से निपटान, बेहतर समाधान/लेखापरीक्षा और लेखांकन को आसान बनाने में मदद की है।
संपन्न ('पेंशन के लेखा और प्रबंधन के लिए प्रणाली’– एसएएमपीएएनएन) ने 6 महीने की अल्प अवधि में ही भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना 2019 के करीब 76,000 मामलों को निपटाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
संपन्न (एसएएमपीएएनएन) एक लचीली डिज़ाइन वाली प्रणाली है जो इसे लगातार बढ़ती आवश्यकताओं को समायोजित करने में सक्षम बनाती है।