ग्रेटर नोएडा :जमीन का अधिग्रहण 1985 हुआ था तब से अब तक मात्र 182 लोगों को नौकरी मिली है प्रत्येक घर के एक आदमी को नौकरी ने का वादा था
एनटीपीसी से प्रभावित 23 गांव के किसान अपनी मांगों को लेकर किसान पिछले एक हफ्ते से ग्रेटर नोएडा के दादरी तहसील के कार्यालय पर एनटीपीसी के विरोध में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। प्रदर्शनकारी किसान अपना समर्थन देने पहुंची, किसान नेता पूनम पंडित ने कहा, जमीन अधिग्रहण के समय किये गये अपने किये गये वादों सरकारें भूल गई है इसलिये अपने हक की मांग को लेकर किसानों धरने पर बैठे हुए हैं. उनका कहना हैं कि एनटीपीसी से प्रभावित 23 गांव के किसानों को समान मुआवजा मिले साथ ही प्रत्येक परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी मिले।
दादरी तहसील के गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे यह 23 गांवों के वह किसान हैं जो एनटीपीसी के लिये किये गये जमीन अधिग्रहण से प्रभावित हुए थे। इस किसानों को बार बार प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा आश्वासन देते रहे लेकिन आज तक पूरा नहीं हुआ जिससे नाराज लोग पिछले एक हफ्ते दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं प्रदर्शनकारी किसान अपना समर्थन देने पहुंची, किसान नेता पूनम पंडित ने कहा, जमीन अधिग्रहण के समय किये गये अपने किये गये वादों सरकारें भूल गई है इसलिये अपने हक की मांग को लेकर किसानों धरने पर बैठे हुए हैं.
बाईट : पूनम पंडित (महिला किसान नेता)
पूनम पंडित ने कहा कि इतने साल बीत जाने के बावजूद भी अभी तक युवाओं को नौकरी नहीं मिली है, 1985 इस जमीन का अधिग्रहण हुआ था तब से अब तक ले 182 लोगों को नौकरी मिली है. इन लोगों को एक समान मुआवजा भी नहीं मिला है. किसान लगातार इसकी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उस जमाने में जो वादे हुए थे वह पूरे नहीं हुए इसलिए यह धरना प्रदर्शन किया जा रहा है मेरा कहना है कि चाहे किसी की भी सरकार रही हो किसानों के साथ सदा ही छल किया गया है.
किसान उत्थान सेवा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि एनटीपीसी से 23 गांव के किसान प्रभावित हुए थे जिनका कहना हैं कि हम किसानों को समान मुआवजा मिले और प्रत्येक घर के एक आदमी को नौकरी मिले जिसके लिए जिले के एडीएम से कई बार बार वार्ता हो चुकी हैं. जिसमें किसानों को हर बार आश्वासन दिया गया लेकिन उसे आज तक पूरा नहीं किया गया जिससे किसान नाराज हैं और पिछले पांच दिनों से एनटीपीसी के विरोध में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं।