रामजी पांडेय
नई दिल्ली भारत 26 नवंबर, 2021, शुक्रवार से दुबई में प्रारंभ होने वाले एक्सो 2020 में इंडिया पवेलियन में वस्त्र सप्ताह के दौरान वैश्विक वस्त्र उद्योग को अपना पसंदीदा सोर्सिग साझेदार बनने पर बल देगा। कपड़ा और रेल राज्य मंत्री श्रीमती दर्शन वी जरदोश वर्चुअल रूप से 'वस्त्र सप्ताह' का उद्घाटन करेंगी और वैश्विक निवेशकों को भारतीय वस्त्र मूल्य श्रृंखला में निवेश करने और उन्हें एक पसंदीदा सोर्सिंग साझेदार बनने के लिए आमंत्रित करेंगी। आगामी वस्त्र सप्ताह (26 नवंबर-2 दिसंबर) के संबंध में अपने विचार व्यक्त करते हुए, श्रीमती जरदोश ने कहा, "भारतीय कपड़ा विश्व प्रसिद्ध है क्योंकि यह न केवल देश के शानदार अतीत का प्रतिनिधित्व करता है बल्कि आधुनिक समय की मांगों से मेल भी खाता है। भारत वस्त्रों और कपड़ों का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने के लिए गुणवत्ता और उत्पादन के पैमाने दोनों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ वैश्विक निवेशकों और खरीदारों के लिए अपार अवसरों का प्रतिनिधित्व भी करता है।"
इंडिया पवेलियन में 'टेक्सटाइल वीक' में प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम के साथ-साथ टेक्सटाइल के लिए सोर्सिंग और निवेश गंतव्य के रूप में भारत पर गोलमेज चर्चा सहित कई गतिविधियां शामिल होंगी।
दिलचस्प बात यह है कि भारत को कपड़ों, टेक्सटाइल और इससे संबंधित माल के लिए सबसे अच्छे सोर्सिंग गंतव्य में से एक माना जाता है। भारत के सकल घरेलू उत्पाद में कपड़े की हिस्सेदारी लगभग 2.3 प्रतिशत है और यह लगभग 45 मिलियन श्रमिकों को रोजगार देने वाला सबसे बड़ा नियोक्ता है। भारत की एफडीआई नीति को उभरती अर्थव्यवस्थाओं में सबसे उदार के रूप में मान्यता प्राप्त है, जो संपूर्ण कपड़ा मूल्य श्रृंखला में स्वत: मार्ग के तहत 100 प्रतिशत निवेश की अनुमति देती है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, कपड़ा, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कपड़ा उद्योग से 'गति, कौशल और पैमाने’ पर ध्यान केंद्रित करने और नवीन साझेदारी में शामिल होने' का आग्रह किया है।
सरकार ने हाल ही में घरेलू तकनीकी कपड़ा फर्मों और मानव निर्मित फाइबर खंड में कपड़े और परिधान के निर्माताओं के लिए 10,683 रूपए की एक पीएलआई योजना को भी मंजूरी दी है।
वस्त्र मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव श्री विजय कुमार सिंह के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल 'टेक्सटाइल वीक' के दौरान निवेशक संपर्क कार्यक्रमों के माध्यम से संभावित व्यवसायिक संबंधों को बढ़ाने और इनका पता लगाने के लिए विभिन्न उद्योग मंडलों के साथ-साथ वैश्विक व्यापार संघों से भी भेंट करेगा।
इन बैठकों में वस्त्र मंत्रालय के व्यापार सलाहकार श्री जय कर्ण सिंह, परिधान निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष डॉ. ए शक्तिवेल, हथकरघा निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष श्री चंद्रशेखरन थुवरपालयम विश्वनाथन, सिंथेटिक और रेयान कपड़ा निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष श्री धीरज राय चंद शाह, हतकरघा विकास और निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष श्री एम.ए. रामासामी, कालीन निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष श्री उमर हमीद, ऊन और ऊनी निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष श्री संजीव धीर, भारतीय रेशम निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष श्री नरेश कुमार साध, कपास कपड़ा निर्यात संवर्धन परिषद और सीआईटीआई के पूर्व अध्यक्ष और एनएसएल टेक्सटाइल्स लिमिटेड के उपाध्यक्ष श्री प्रेम मलिक, सीआईटीआई के अध्यक्ष श्री टी. राज कुमार, जूट उत्पाद विकास और निर्यात संवर्धन परिषद के उपाध्यक्ष श्री सिद्धार्थ लोहारीवाल, हस्तशिल्प और अन्य उद्योग के दिग्गजों के लिए निर्यात संवर्धन परिषद के कार्यकारी निदेशक श्री राकेश कुमार वर्मा के अलावा वस्त्र उद्योग के अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य भी शामिल होंगे।