नई दिल्ली;केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने एक एकल बोर्ड आईओटी डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म इंडस (इनोवेशन डेवलपमेंट अपस्किलिंग) के लॉन्च के लिए बंगलुरू स्थिति सीडीएसी सेंटर का भ्रमण किया। सीडीएसी द्वारा विकसित की गई क्रेडिट कार्ड के आकार की किट 6 सेंसर, एक्चुएटर, कनेक्टिविटी और डिबगर इंटरफेस से युक्त है।
कॉम्पैक्ट और रखने में आसान आईओटी किट ड्रोन सहित कई एप्लीकेशन की एक रेंज में स्थानीय और स्मार्ट सॉल्युशन के विकास को सुविधाजनक बनाएगी।
इसकी कीमत सिर्फ 2,500 रुपये प्रति यूनिट है और यह जल्द ही जीईएम पोर्टल पर उपलब्ध हो जाएगी। सीडीएसी वाणिज्यिक उत्पादन के लिए यह प्रौद्योगिकी स्टार्टअप्स को हस्तांतरित करने को भी इच्छुक है। श्री चंद्रशेखर ने सीडीएसी बंगलुरू में विकसित स्मार्ट वाटरिंग मीटर, स्मार्ट पोस्ट कियोस्क, स्मार्ट जल वितरण प्रणाली, एचपीसी सिस्टम सॉफ्टवेयर सॉल्युशंस और सेवाओं को कवर करते हुए सीडीएसी की हाई परफॉर्मैंस कम्प्यूटिंग (एचपीसी) पेशकशों, आगामी परम उत्कर्ष सुपरकम्प्यूटिंग सुविधा जैसी अन्य नवीन प्रौद्योगिकियों का भी निरीक्षण किया। उसके बाद क्वांटम कम्प्यूटिंग संबंधित गतिविधियों का भी जायजा लिया। इन पहलों की सराहना करते हुए श्री चंद्रशेखर ने आईओटी के ड्रोन, एचपीसी के लक्षित उद्योगों में उपयोग होने वाले मामलों तक विस्तार और डिजाइन साइकिल में उपयोगकर्ताओं के साथ आईओटी को जोड़ने की सिफारिश की।
सीडीएसी में अग्रणी एमएनसी और स्टार्टअप्स के प्रमुख अधिकारियों के साथ राज्य मंत्री का संवाद एक बहुप्रतीक्षित सत्र था। राज्य मंत्री खुद एक टेक्नोक्रेट रहे हैं और भारत में तकनीक के सर्वश्रेष्ठ जानकारों में से एक हैं। श्री चंद्रशेखर ने 80486 माइक्रो-प्रोसेसर के साथ ही पेंटियम के लिए एक चिप डिजाइनर के रूप में काम किया है। क्षेत्र के एक विशेषज्ञ के रूप में, वह माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उनको सौंपे गए महत्वपूर्ण विभागों में अपना ज्ञान, विशेषज्ञता और बहुमूल्य अनुभव लेकर आए हैं।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुएश्री चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री मोदी का विजन साझा किया और कहा कि “नरेन्द्र मोदी सरकार भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक लीडर बनाने की अपनी महत्वाकांक्षा को लेकर काफी गंभीर है। इलेक्ट्रॉनिकी एवं आईटी मंत्रालय एक सूत्रधार/ भागीदार की भूमिका निभाएगा और बाजार व पूंजी तक पहुंच सहित विकास और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सहायता प्रदान करेगा।”उन्होंने कहा कि “भारत के सामने अपने जीवनकाल का एक बड़ा अवसर है। मैं इसे प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के लिए वाई2के क्षण कहता हूं। नरेन्द्र मोदी सरकार सेमीकंडक्टर कंपनियों और स्टार्टअप्स के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह उपयोगी नीतिगत रूपरेखा उपलब्ध कराएगी।”