नई दिल्ली:उपराष्ट्रपतिश्री एम. वेंकैया नायडू ने आज तेजी से हो रहें शहरीकरण को एक अवसर के रूप में देखने का आह्वान किया और जन-केंद्रित शहरी नियोजन और विकास पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमें यह देखना चाहिए कि हमारे शहर समावेशी शहर हों जो जलापूर्ति, सीवर कनेक्शन, आवास और बेहतर सेवा वितरण तक शहरी गरीबों की पहुंच बढ़ाकर उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करते हों।"
उपराष्ट्रपति ने ये टिप्पणियां त्रिपुरा सरकार द्वारा उनके सम्मान में आयोजित एक नागरिक स्वागत समारोह में की। इस अवसर पर श्री नायडू ने अगरतला शहर की सड़कों को स्मार्ट सड़कों में बदलने से संबंधित परियोजना का भी शुभारंभ किया।
श्री नायडू ने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी क्षेत्र के समग्र विकास के लिए अच्छी कनेक्टिविटी सबसे पहली जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारे भूमिबद्ध पूर्वोत्तर राज्यों के मामले में यह सच है।
उन्होंने यह भी कहा, "कनेक्टिविटी-चाहे भौतिक हो या डिजिटल, उसमेंनिवेश प्रवाह और आर्थिक गतिविधियों को गति प्रदान करने के लिए सुधार किया जाना आवश्यक है। उद्घाटन की गई इस नई परियोजना के तहत, अगरतला शहर के अंदर की और राजधानी के परिधीय क्षेत्र का सड़कों को 439 करोड़ रुपये के निवेश के साथ जलवायु-लचीली सड़कों में परिवर्तित किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल शहर की भीड़भाड़ को कम करना है, बल्कि अगरतला के निवासियों को बेहतर प्रकाश व्यवस्था, फुटपाथ, साइनेज, वर्षा जल निकासी और एक उपयोगिता गलियारे के माध्यम से बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि इन विकास पहलों से शहरी बाढ़ को कम करके और वायु गुणवत्ता को बढ़ाकर सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार आएगा।"