केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज ‘’डिलीवरिंग डेमोक्रेसी: सरकार के प्रमुख के रूप में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दो दशक’ विषय पर रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी के तत्वाधान में तीन-दिवसीय राष्ट्रीय गोष्ठी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडणवीस और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को सबसे बेहतर भारत की जनता जानती है और उनके विचारों, काम और उनकी सिद्धियों के आधार पर जानती है। श्री अमित शाह ने कहा कि एक छोटे से शब्द, डिलीवरिंग डेमोक्रेसी में भारत की जनता की 75 साल तक जो आशाएं थीं, उन्हें समाहित कर लिया गया है। जब देश आज़ाद हुआ और हमारी संविधान सभा बनी और उसने बहुपक्षीय लोकतांत्रिक व्यवस्था को स्वीकार किया और ये एक उचित फ़ैसला था। लेकिन 1960 के दशक के उत्तरार्ध में और वर्ष 2014 तक देश की जनता के मन में एक बहुत बड़ा सवाल आ गया था कि क्या ये बहुपक्षीय लोकतांत्रिक व्यवस्था सफल हो सकती है। वर्ष 2014 तक रामराज्य या कल्याणराज्य की परिकल्पना ध्वस्त हो चुकी थी। जनता के मन में एक आशंका आ गई थी कि कहीं हमारी लोकतांत्रिक संसदीय व्यवस्था फ़ेल तो नहीं हो गई है, वो परिणाम नहीं दे रही है और आगे क्या और किस प्रकार से होगा। लेकिन भारत की जनता बहुत धैर्यवान है क्योंकि कई चीज़ों को सहन करते करते एक राष्ट्र के नाते आज हम यहां पहुंचे हैं। बड़े धैर्य से जनता ने फ़ैसला दिया और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को 30 साल के बाद पूर्ण बहुमत के साथ इस देश का शासन सौंपा।