यहां एक बार फिर से गंगा-जमुनी तहजीब की शुरुआत की जा रही है


 रामजी पांडेय

नई दिल्ली:केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने अपनी जम्मू-कश्मीर यात्रा के तीसरे दिन आज श्रीनगर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस अवसर पर जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा और केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को सरकार ने एक फ़ैसला किया था और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर, विशेषकर घाटी में विकास के नए युग की शुरूआत हुई है और वर्ष 2024 तक आपको इसका ख़ूबसूरत परिणाम भी देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि कश्मीर का चहुंमुखी विकास मोदी जी की दिली इच्छा है और मैं विकास की बात करने ही आया हूं। लेकिन उससे पहले मैं अपने मन की बात भी करना चाहता हूं, मुझे बहुत ताने सुनाए गए, कोसा गया, बहुत कड़े शब्दों में मेरी निंदा की गई और मैं आज आपके साथ दिल खोलकर बात करना चाहता हूं इसीलिए आज मैं आपके सामने बिना बुलेटप्रूफ़ और सिक्युरिटी के खड़ा हूं।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि फ़ारूख़ अब्दुल्ला ने मुझे सलाह दी है कि भारत सरकार पाकिस्तान से बात करे, लेकिन मैं फ़ारूख़ साहब और विशेषकर आप सबसे कहना चाहता हूं कि बात करनी है तो मैं घाटी के अपने भाई बहनों और युवाओं से बात करूंगा। उन्होंने कहा कि हम आपके साथ बात करना चाहते हैं, इसीलिए युवाओं से बात करते समय मैंने कहा था कि मैं घाटी के युवाओं के साथ दोस्ती करना चाहता हूं और मैंने उनकी तरफ़ दोस्ती का हाथ बढ़ाया। मुझे भरोसा है क्योंकि हमारी नीयत में कोई खोट नहीं है, मन में कोई बुरा भाव नहीं है। घाटी, जम्मू-कश्मीर और नए बने लद्दाख के विकास के एकमात्र पवित्र लक्ष्य के साथ ये क़दम उठाया गया है। मैं आपसे कहता हूं कि वर्ष 2024 से पहले कश्मीर को जो चाहिए था, वो आपकी नज़रों के सामने होगा।