उत्तराखंड के चमोली जिले के कुलसारी क्षेत्र में एक वर्ष पहले मोबाइल टावर लगवाने के नाम पर एक व्यक्ति से ठगों ने साढे तीन लाख रुपए ठग डाले।जिसे पीडित राकेश चंद्र ने दिसंबर 2019 में ढाई लाख रुपए मुख्य आरोपी ठग संतराम के खाते में भेजे तथा शेष रकम अन्य ठगों के विभिन्न बैंक खातो में ट्रांसफर किए थे।
मिली जानकारी के अनुसार सन् 2020 में कुलसारी रैई गांव के पीड़ित राकेश चंद्र ने थाना थराली में ठगों के खिलाफ नामजद तहरीर देकर ठगों से उसके रुपए दिलाने की गुहार लगाई थी।तब से वांछित ठग फरार चल रहे थे।और वे पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पा रहे थे।
जिला चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान द्वारा वांछित अभियुक्तों के विरुद्ध चलाए गए अभियान में क्षेत्राधिकारी विमल प्रसाद के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष थराली ध्वजवीर सिंह पंवार द्वारा थाना स्तर पर टीम गठित की गई।जिसमें मु.अ.स.17/2020 धारा 420 आईपीसी बनाम संतराम पुत्र रामदेव निवासी ग्राम.. मदीपुर ग्राम सभा..टांडवा उज्जैनी थाना मुंशीगंज, जिला अमेठी उत्तर प्रदेश..वाले को शुक्रवार को थाना थराली पुलिस ने थाना मुंशीगंज की पुलिस के साथ मिलकर दबिस देकर गिरफ्तार कर लिया है।जबकि अन्य अभियुक्त विजय धिनगन व दीपक चंदेल निवासी दिल्ली अभी भी फरार हैं।
ठगों की गिरफ्तारी करने के लिए थाना थराली द्वारा गठित पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे एस.आई.विनोद चौरसिया ने बताया कि मुख्य आरोपी ठग को अमेठी जिले मे उसके घर में मुंशीगंज थाना पुलिस के साथ मिलकर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिए जाने के बाद शनिवार को चमोली लाया गया जहां अभियुक्त को न्यायालय में पेश करने कर चार दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर लेते हुए पुरसाड़ी जेल भेज दिया गया।कहा कि अन्य आरोपी ठगों की तलाश जारी है।
दबिश देने वाली टीम में कांस्टेबल हरीश कुमार और संतोष सिंह सामिल थे।