इंदौर. स्वच्छता में चार बार नंबर वन का खिताब हासिल करने वाला इंदौर अब न्यूयॉर्क के फिल्म फेस्टिवल में भी नजर आएगा। इसमें अहम भूमिका निभाई है शहर के सफाईकर्मियों ने। अब इनके लगन के किस्से दुनिया देखेगी। युवा फिल्म डायरेक्टर स्टेनली हेक्टर ने इंदौर की महिला सफाईकर्मी इंदिरा दीदी पर डाॅक्यूमेंट्री बनाई है। 'द हीरो विद इन' नाम की इस डाॅक्यूमेंट्री का चयन न्यूयाॅर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल के लिए हुआ है। इंदिरा दीदी बिना अवकाश लिए नारायण बाग इलाके में सफाई का जिम्मा संभालती हैं। खास है कि इंदिरा दीदी सफाई के साथ नारायण बाग की सड़कों पर रोजाना रंगोली भी बनाती हैं।
नाॅर्थ अमेरिका का यह सबसे पुराना फिल्म फेस्टिवल है। फेस्टिवल के लिए दुनिया भर की 58 डाॅक्यूमेंट्री का चयन किया गया है। इसमें इंदिरा दीदी पर बनाई गई डाॅक्यूमेंट्री भी शामिल है। 'द हीरो विद इन' नाम की इस डाॅक्यूमेंट्री में इंदिरा दीदी का सफाई के प्रति जज्बा और शहर की सड़कों को सुंदरता प्रदान किए जाने का मकसद भी शामिल है। सुबह 4 बजे से पहले सफाई में जुट जाने के बाद इंदिरा दीदी नारायण बाग की सड़कों पर रंगोली बनाती हैं। इसका खर्च भी वह खुद ही उठाती हैं। इंदिरा दीदी के इसी समर्पण पर आधारित इस विचार को फिल्म के तौर पर प्रदर्शित किया गया है। यह फिल्म 15 भाषाओं में जल्द ही रिलीज की जाएगी।
सफाई कर्मी इंदिरा की कहानी
सफाई कर्मचारी इंदिरा दीदी का कहना है, पिछले 24 वर्षों से सुबह 3:00 बजे वह घर से निकल जाती है। कई बार रहवासियों द्वारा तिरस्कार भी सुनने को मिला, लेकिन इंदिरा पीछे नहीं हटीं। वह रोजाना रंगोली बनाती रहीं। इसके लिए कभी भी उसने किसी के सामने हाथ नहीं फैलाए। महज छह हजार रुपए पाने वाली इंदिरा अपने साथियों को नगर निगम में परमानेंट पोस्ट पर देखना चाहती हैं। इतने रुपए में परिवार नहीं चलता फिर भी वह कई वर्षों से अपना कार्य ईमानदारी से कर रही हैं।
इंदिरा दीदी की लगन से नारायणबाग के रहवासी भी प्रभावित हैं। रहवासी जब सुबह घर से बाहर निकलते हैं, तब उन्हें साफ सड़कों पर सुंदर रंगोली बनी दिखती हैं। यही वजह है, इंदिरा दीदी इस क्षेत्र के रहवासियों के लिए परिवार का हिस्सा बन चुकी हैं। इंदिरा दीदी के बारे में जब युवा डायरेक्टर स्टेनली हेक्टर को खबर लगी, तो उन्होंने डाॅक्यूमेंटी बनाने का फैसला लिया।