बदायूं गोविंद राणा /हम है के संस्थापक शैलेश पाठक जी के कोरोना सहायता केंद्र नंबर पर एक फोन आया।फोन पर सूचना दी गई यह कोरोना संक्रमित महिला गंभीर स्थिति में सड़क पर है।कोई व्यक्ति उनका सहयोग नही कर पा रहा है।डॉक्टर पाठक ने तत्काल मौके पर पहुंचकर महिला का उपचार कराया।महिला कोरोना संक्रमित नहीं थी।सिर्फ गर्मी की वजह बेहोश हो गयीं थी।परंतु यदि डॉ पाठक द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर उन्हें प्राथमिक उपचार नहीं दिलवाते तो उनकी स्तिथि गम्भीर हो सकती थी।कुछ भी अनहोनी होने पर ये भी कोरोना की लिस्ट में आ जाता।अतः जनहित में सभी लोगों से विनम्र निवेदन है अपने आसपास के जरूरतमंदों की अधिक से अधिक सहायता करने की कोशिश करें।पूरी जागरूकता से पहले ये समझे जरूरतमंद की ज़रूरत क्या है?सभी को कोरोना रोगी की ही तरह ना देखे।
कोरोना संक्रमण से अपने लिए बचाते हुए आस पास सहयोग करे।हमारी थोड़ी सी मदद किसी की जान बचा सकती है l प्रथम लोकडाउन से डॉ शैलेश पाठक लगातार जरूरतमंदों के बीच जन सेवा करते नजर आ रहे हो डॉ पाठक ने जिस तरह से क्रमबद्ध तरीके से पूरा अनुशासन का पालन करते हुए जनता की सेवा की है वह काबिले तारीफ है।कहीं ना कहीं उनके द्वारा की गई सेवा जनप्रतिनिधियों के लिए भी नजीर बनती जा रही है।