भोपाल. मध्यप्रदेश में मार्च के पहले सप्ताह में ही लोगों को गर्मी का एहसास होने लगा है। दिन और रात के तापमान में कहीं-कहीं 5 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा की बढ़ोतरी रही है। हालांकि जम्मू-कश्मीर में बन रहे पश्चिमी विक्षोभ का असर अगले चौबीस घंटे बाद मध्यप्रदेश में दिखने लगेगा। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि शनिवार शाम से प्रदेश में बादल छाने की संभावना बन गई है, जबकि रविवार को दिन में गर्मी से राहत रहेगी।
वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि चक्रवातीय गतिविधि जम्मू-कश्मीर के ऊपर सक्रिय है। उत्तर में पछुवा हवा के बीच एक ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इसके साथ ही केरल के ऊपर अन्य चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। इसका असर कल शाम से दिखने लगेगा।
अगले पश्चिमी विक्षोभ से पश्चिमोत्तर भारत को प्रभावित होने की संभावना बनी हुई है। इससे उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हल्की बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं। इसके कारण यहां से ठंडी हवा आने से प्रदेश के मौसम में इसका असर पड़ेगा। बादल छाने से रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी, लेकिन दिन का पारा नीचे आएगा। सिंह ने बताया कि बादल छाएंगे, लेकिन बारिश की संभावना नहीं है।
यहां तापमान अधिक रहा
प्रदेश के शहडोल, सागर, भोपाल और ग्वालियर संभागों में दिन का पारा सबसे ज्याद चढ़ा, जबकि शेष संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं रहा। खरगोन में दिन का तापमान सबसे ज्यादा 39 डिग्री सेल्सियस तक चला गया। रात का न्यूनतम तापमान रीवा और उमरिया में 12-12 डिग्री सेल्सियस रहा। भोपाल में रात का तापमान 15 डिग्री के आसपास रह सकता है, जबकि दिन का पारा 35 डिग्री तक जा सकता है।