जयपुर.फरवरी में सुबह 4 बजे के अंधेरे के साथ सर्द हवाओं के बीच जयपुराइट्स के उत्साह ने ऐसा माहौल बनाया कि 63 साल की सरला भदौरिया हों या 13 साल का ऋषभ, मैराथन की दूरी पार करने में उम्र किसी के रास्ते नहीं आई। रविवार को वैलेंटाइन डे के मौके पर एयू बैंक जयपुर मैराथन में ‘सेलिब्रेटिंग लव फॉर लाइफ’की सोच के साथ शहर की सड़कें जयपुराइट्स के कदमों के साथ गुलजार हुईं। हजारों रनर्स ने शहर के अलग-अलग हिस्सों में रनिंग के इस उत्सव को जमकर सेलीब्रेट किया।
इस बार की मैराथन कई मायनों में खास रही। विश्व में पहली बार मैराथन स्टेडियम में आयोजित की गई। इसमें 63 साल की सरला भदौरिया पहली महिला बनीं जिन्होंने स्टेडियम में होने वाली मैराथन में 42 किमी की दौड़ पूरी की। हालांकि, सड़क या अन्य ट्रैक पर होने वाले मैराथन में इससे भी ज्यादा उम्र के लोग रिकॉर्ड बना चुके हैं,वहीं 13 साल के ऋषभ ने भी फुल मैराथन पूरी की। 80 साल के दामोदर शर्मा का इस उम्र में भी रनिंग को लेकर उत्साह कम नहीं हुआ और उन्होंने 21 किमी कैटेगिरी की दौड़ पूरी की। वहीं छह साल की खुशी ने भी अपने नन्हें-नन्हें कदमों से 2 किमी की दौड़ लगाई।
शरीर ने भले ही छोड़ा साथ लेकिन कायम रहा रनिंग का जज्बा
एयू बैंक जयपुर मैराथन में कुछ ऐसे रनर्स भी जिनके शरीर ने भले ही उनका साथ छोड़ दिया है लेकिन दौड़ने को लेकर उनके जज्बे ने दूसरे लोगों साथ कदम से कदम मिलाया। तरुण कुमार ने व्हील चेयर से रनिंग की वहीं पैरालिसिस से पीड़ित उदय सिंह राठौड़ ने अपने सधे हुए कदमों से दूसरों के साथ रेस पूरी की।
4 कैटेगिरी में आयोजित मैराथन में दौड़े शहरी
एयू बैंक जयपुर मैराथन के सीईओ मुकेश मिश्रा ने बताया कि स्टेडियम में अलग-अलग कैटेगिरी 42, 21 और 10 किमी में 100 से अधिक रनर्स ने दौड़ लगाई। इसके अलावा, जयपुर में बनाए गए 250 पाइंट्स में हजारों लोगों ने अलग-अलग ग्रुप्स में वर्चुअल हिस्सा लिया। रेस पूरी करने वाले रनर्स को उनके पॉइंट्स पर ही मेडल और सर्टिफिकेट दिए गए।
150 शहरों और 100 देशों के रनर्स ने लिया हिस्सा
सीईओ मिश्रा के मुताबिक इस मैराथन में भारत के 150 शहरों और 100 देशों जैसे लंदन, कनाडा, अमेरिका, फ्रांस, श्रीलंका, नेपाल, केन्या, इथियोपिया के रनर्स अपने टाइम जोन के हिसाब से मिडनाइट तक अपनी-अपनी लोकेशन पर वर्चुअली रनिंग की।