पटना.बजट सत्र में शामिल होने के लिए विपक्ष के विधायकों का सोमवार को अलग-अलग अंदाज देखने को मिला। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ, किसान कानून के विरोध और किसानों के आंदोलन के समर्थन में ट्रैक्टर से विधानमंडल के पास पहुंचे, लेकिन पुलिस ने ट्रैक्टर के साथ अंदर जाने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद वे कुछ दूर तक पैदल चले। फिर दूसरी गाड़ी में बैठकर सदन तक पहुंचे, वहीं कांग्रेस नेता शकील अहमद आलू , प्याज और अनाज लेकर विधानमंडल परिसर पहुंचे। वे प्याज के बढ़ते दामों का विरोध और किसान आंदोलन के समर्थन में ये सब लेकर आए थे।
तेजस्वी के 2 गार्ड को किया गया बाहर
तेजस्वी के ट्रैक्टर प्रदर्शन की वजह से विधानसभा गेट पर कुछ देर के लिए जाम लग गया। कुछ मंत्रियों और कई विधायकों की गाड़ियां फंसी नजर आईं। वहीं, तेजस्वी यादव के दो गार्ड आर्म्स के साथ गेट के अंदर आ गए थे। उन्हें सुरक्षाबलों ने बाहर किया। तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार किसान विरोधी है। किसानों को उनकी मेहनत का फल नहीं मिल रहा है। सरकार को ध्यान दिलाने के लिए वे ट्रैक्टर से विधानमंडल पहुंचे हैं। वहीं, कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा है कि आलू-प्याज की कीमत आसमान छू रही है। आम लोग महंगाई से परेशान हैं। लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
विभिन्न मुद्दों पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी
विधानसभा परिसर में कई जगह विपक्षी सदस्य पोस्टर और बैनर लेकर विभिन्न मुद्दों पर सरकार का विरोध करते नजर आए। उधर, विधान परिषद के मुख्य गेट पर भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। विधानपरिषद के बाहर विपक्षी सदस्यों ने मैट्रिक परीक्षा के पर्चे लीक होने के मामले पर बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर को बर्खास्त करने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। विधानसभा के गेट पर वामपंथी विधायकों ने बैनर और पोस्टरों के साथ विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। उसके बाद नारेबाजी करते हुए पैदल ही विधानमंडल परिसर के अंदर गए।