फ्रांस में एक बार फिर संक्रमण और मौतों का आंकड़ा बढ़ने लगा है। शनिवार को कुल मिलाकर 21 हजार 231 मामले सामने आए। इसी दौरान 328 संक्रमितों की मौत भी हो गई। शुक्रवार को 20 हजार 701 मामले सामने आए थे और 310 लोगों की मौत हो गई थी।
एक ही दिन में अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या भी 10 हजार से ज्यादा बढ़ी। हेल्थ मिनिस्ट्री ने माना है कि पिछले हफ्ते संक्रमितों और मरने वालों की संख्या बढ़ी है। हालांकि, सरकार ने साफ कर दिया है कि अब नेशनल लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। फ्रांस में दो महीने पहले तक हर दिन 50 हजार से ज्यादा संक्रमित पाए जा रहे थे। सरकार ने सख्त लॉकडाउन से हालात सुधारे।
अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको में पाबंदियां जारी रहेंगी
वैक्सीनेशन के बीच दुनिया के कई देशों में एक बार फिर से कोरोना मरीजों के बढ़ने की रफ्तार तेज होने लगी है। इसको देखते हुए अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको ने देश में 21 मार्च तक पाबंदियां बढ़ा दी हैं। इसके मुताबिक, यहां रहने वाले लोग गैर-जरूरी कामों के लिए ट्रैवल नहीं कर पाएंगे। लोगों को यात्रा की वजह बताना जरूरी होगा। अब तक ये पाबंदी 21 फरवरी तक ही थीं।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऐलान किया है कि जुलाई तक हर अमेरिकी को वैक्सीन का डोज लग जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। इस पर फाइजर ने कहा है कि वह हर हफ्ते अमेरिका को एक करोड़ डोज देने के लिए तैयार है। अमेरिका में अब तक सबसे ज्यादा 5.70 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। दूसरे नंबर पर चीन है, जहां 4 करोड़ लोगों तक वैक्सीन पहुंच चुकी है। यूरोपियन यूनियन में अब तक 2.45 करोड़ और भारत में 1.04 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई गई है।
अब तक 11.12 करोड़ मरीज मिले
पूरी दुनिया में अब तक 11 करोड़ 12 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 24 लाख 62 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 8 करोड़ 61 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। 2 लाख 26 लाख मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है। दुनिया के 19 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
कोरोना अपडेट्स
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) को शक है कि चीन के वुहान मार्केट में बेचे गए फैरेट बैजर्स और खरगोश से कोरोना वायरस इंसानों में फैला। द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया। हालांकि, बाजार में ऐसे और अन्य जानवरों के सप्लायर की जांच की जा रही है। फिलहाल एक्स्पर्ट्स वुहान मार्केट में कानूनी या अवैध रूप से बेचे जाने वाले जीवित और मृत जानवरों की सूची तैयार कर रहे हैं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भरोसा दिलाया है कि उनके देश में सरप्लस वैक्सीन हुई तो वे इसे गरीब देशों को जरूर देंगे। जॉनसन का यह बयान अहम है। सिर्फ दो दिन पहले UN चीफ एंतोनिया गुटेरेस ने साफ कहा था कि अमीर देशों के पास वैक्सीन का जरूरत से ज्यादा स्टॉक मौजूद है और यह बाकी दुनिया खासकर गरीब देशों के लिए खतरे का संकेत है। इस बयान के डिप्लोमैटिक मायने भी हैं। रूस और चीन वैक्सीन डिप्लोमैसी के जरिए कुछ देशों में दबदबा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। चीन तो गरीब अफ्रीकी देशों को टारगेट कर रहा है।
ग्रीस सरकार ने साफ कर दिया है कि अगर ब्रिटेन के नागरिक बतौर टूरिस्ट उनके देश में आना चाहते हैं तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन इसके लिए उनके पास वैक्सीन पासपोर्ट होना जरूरी होगा। वैक्सीन पासपोर्ट का अर्थ यह है कि टूरिस्ट्स को ग्रीस पहुंचने से पहले ही ऑनलाइन डॉक्यूमेंट्स के जरिए ये बताना होगा कि उन्होंने वैक्सीनेशन करा लिया है। इसमें डोजेस की जानकारी भी देना होगी। इसके पहले डेनमार्क और स्वीडन भी यह कदम उठा चुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव (UN secretary general) एंतोनियो गुटेरेस के मुताबिक दुनिया में 130 देश हैं, जिनके पास कोविड-19 वैक्सीन का एक सिंगल डोज तक नहीं पहुंचा। यह बहुत बड़ी नाइंसाफी है। सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग के दौरान गुटेरेस ने कहा- बहुत दुख और गुस्सा है कि हम दुनिया के 130 देशों को महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन का एक डोज तक नहीं दे सके। वहीं, 10 देश ऐसे हैं जहां 75% वैक्सीनेशन प्रॉसेस पूरा हो चुका है।