कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है। कड़कड़ाती ठंड और कोहरे समेत कई मुसीबतों के बावजूद दिल्ली की सीमाओं पर किसी डटे हुए हैं। किसान पहले ही तमाम परेशानियों का सामना कर रहे थे, लेकिन कल सुबह से हो रही बारिश उनके आंदोलन पर मुसीबत बनकर बरस रही है। नए कृषि कानूनों के खिलाफ नोएडा दिल्ली के बॉर्डर पर डटे किसान किसी भी कीमत पर पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हैं। कड़ाके की ठंड के बीच अब बारिश भी उनके सब्र का इम्तिहान ले रही है। अब तो आंदोलन को श्रमिक विकास संगठन का खुला समर्थन मिल चुका है जिसमें श्रमिक विकास संगठन के गौतम बुद्ध नगर के जिला अध्यक्ष रामजी पाांडे समेत दर्जनों श्रमिक नेता भी किसानों के साथ कंधेे से कंधा मिलाकर बॉर्डर पर दिन भर डटे रहे। मिली जानकारी के अनुसार नोएडा दिल्ली के चिल्ला बॉर्डर पर डटे किसानों के लिए उस समय समस्या खड़ी हो गई जब कल सुबह फिर से होने लगी। बारिश से खुद को बचाने के लिए कुछ किसान भागकर टेंट के नीचे पहुंचे तो कुछ ट्रॉली के नीचे छिप गए। कड़ाके की ठंड के बीच हुई बारिश ने ठिठुरन और ज्यादा बढ़ा दी है। कुछ किसानों ने बारिश में भीगते हुए सरकार से कानूनों को वापस लेने की मांग की। प्रदर्शनकारी किसान अशोक चौहान ने बताया कि तिरपाल और जो कुछ समान भी हम लेकर आए हैं उसी से ठंड और बारिश से अपना बचाव कर रहे हैं। लगातार दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से किसानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। लेकिन ना तो बारिश ना ही सर्दी हम लोगों का हौसला नहीं डिगा पाएगी । हम लोग पीछे कभी नहीं हटेंगे चाहे बारिश कितनी भी पड़ जाए और अवश्यकता पड़ी तो हम दिल्ली के लिए कुच करने के लिए हमेशा तैयार हैं।
किसान कहते है सरकार के काले कानून और मौसम की बाद मार बावजूद उनका हौसला डिगा नहीं है हालांकि आज सरकार के साथ किसान नेताओ की बैठक भी है लेकिन हमने अपनी मांगों को लेकर सरकार को अल्टिमेटम भी दे दिया है।अब लड़ाई आर पार की है।