नई दिल्ली कृषि क़ानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में महिला दिवस मनाया गया।इस अवसर पर सम्पूर्ण दिन की करवाई महिलाओं को समर्पित की गई।अनशन पर 21 महिला बैठी व सभा की अध्यक्षता अनशनकारियों ने की।संचालन रवनीत कौर ने किया। आंदोलनकारियों को जनवादी महिला समिति की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड सुभाषिनी अली सहगल व अन्य कई महिलाओं ने संबोधित किया। आंदोलन में नोएडा गाजियाबाद दिल्ली उत्तर प्रदेश के कई जिलों से अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में महिलाओं ने हिस्सेदारी किया।
धरना स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए एडवा की राष्ट्रीय नेता सुभाषिनी अली सहगल ने कहा कि सरकार किसान विरोधी, जन विरोधी काले कानूनों को वापस ले उन्होंने कहा कि इन कानूनों से किसान बड़े कारपोरेट के हाथ बंधवा बन जाएगा इसीलिए इसका विरोध करना जरूरी है जिस कानून से किसान अपनी जमीन खो बैठेगा उसका विरोध करना जरूरी है जब सरकार किसानों से अनाज खरीदना बंद कर देगी तो राशन व्यवस्था भी चौपट हो जाएगी सरकार के इस षड्यंत्र का भंडाफोड़ करने की जरूरत है साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों की लड़ाई हम सब की लड़ाई है इस लड़ाई में कई किसान अपनी जान दे चुके हैं उनकी कुर्बानियों को हम व्यर्थ नहीं जाने देंगे बहादुर किसानों के साथ हम साथ हैं हमारा संगठन अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति किसानों के आंदोलन का पूरा समर्थन कर रही है और पूरी उनके साथ है।
दोपहर बाद लड़कियों की कबड्डी प्रतियोगिता की गई।
महिलाओं के नोएडा जत्थे का नेतृत्व जनवादी महिला समिति नोएडा कमेटी की नेता पूनम देवी, मंजू शर्मा, गुड़िया, चंदा बेगम आदि ने किया।
साथ ही किसान आंदोलन में सीटू नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा, मदन प्रसाद, रामाकांत सिंह, भीखू प्रसाद, रामसागर, विनोद कुमार, जीएस तिवारी, ईश्वर त्यागी, जेपी शुक्ला, आदि के नेतृत्व में सैकड़ों मजदूरों ने भी हिस्सा लिया।
रामजी पांडे