इन्दौर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह अपने तय कार्यक्रम में सांवेर के कई गांव में घूमे और यहां के मतदाताओं से सीधे रूबरू हुए। दिग्विजयसिंह ने कहा कि हम दावे के साथ कहते हैं कि विधायकों की खरीदी-बिक्री हुई है और विधायकों को खरीदा गया है। अगर विधायक बिके नहीं हैं और उन्हें इस शब्द से आपत्ति है तो हमारे खिलाफ कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की हिम्मत करें।
सांवेर के सेमलियाचाऊ में हुई आमसभा के अलावा दिग्विजयसिंह सांवेर क्षेत्र के कई गांवों में पहुंचे और मतदाताओं से सीधे रूबरू हुए। उन्होंने मतदाताओं से बात भी की और प्रेमचंद गुड्डू को जिताने की अपील की। फिर दिग्विजयसिंह ने कहा कि यह चुनाव लोकतंत्र और महाराज तंत्र के बीच का चुनाव है। मैं दावे के साथ कहता हूं कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस के विधायक बिके और इन्हें भाजपा ने खरीदा और जोड़-तोड़ करके अपनी सरकार बनाई। अगर बिके हुए शब्द पर भाजपा या पूर्व विधायकों को आपत्ति है तो वे कोर्ट जाएं और मेरे खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की हिम्मत दिखाएं। आज जो भाजपा नेता कांग्रेस के 15 माह के कामकाज का हिसाब मांग रहे हैं, वे पहले अपनी सरकार के 15 साल के कार्यकाल का हिसाब दें। मैं प्रदेश के मुख्यमंंत्री शिवराजसिंह को भी चुनौती देता हूं कि वे किसी मंच पर मेरे साथ बैठें और अपनी-अपनी सरकार के हिसाब‑किताब की बात जनता के बीच रख लें। वे सांवेर क्षेत्र के ग्राम कांकरिया बोर्डिया में भी पहुंचे। उनके साथ विधायक विशाल पटेल भी थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिस तरह भाजपा ने नोट के दम पर अपनी सरकार बनाई है और विधायक खरीदे हैं, ऐसा ही दौर रहा तो आने वाले दिनों में चुनाव महत्वहीन हो जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की पैरवी करते हुए दिग्विजयसिंह ने कहा कि कमलनाथ का कसूर क्या था। उन्होंने सरकारी जमीन हड़पने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की तो इससे शिवराजसिंह को खतरा नजर आने लगा। किसानों का कर्जा माफ होना शुरू हुआ तो भाजपा के लोगों के पेट में दर्द होने लगा