कोटा.शहर में दाे भाइयाें की राेचक शादी हुई। दाेनाें की दुल्हनाें की विदाई हेलीकाॅप्टर से हुई। दाेनाें भाइयाें की दादी की इच्छा थी कि उनकी बहुओं की विदाई हेलीकाॅप्टर से हाे। इस पर जयपुर से किराए पर हेलीकाॅप्टर मंगाया गया। दाेनाें दुल्हनाें काे उनके गांव से हेलीकाॅप्टर से ही काेटा के मैरिज गार्डन लाया गया। फेराें के बाद दाेनाें दंपती हेलीकाॅप्टर से ही अपने गांव देवली अरब तक गए। देवली अरब में रहने वाले अशाेक कुमार मालव के बेटाें पंकज और ललित की शादी देवउठनी ग्यारस पर हुई।
पंकज की शादी भावनीपुरा की काेमल और ललित की शादी दीपपुरा की रश्मिता से हुई है। विवाह समाराेह बारां राेड स्थित मैरिज गार्डन में हुआ। दाेनाें की दादी काली बाई की इच्छा पूरी करने के लिए जयपुर से हेलीकाॅप्टर मंगाया गया। इसके लिए दुल्हनाें के गांव सहित मैरिज गार्डन और देवली अरब में हेलीपैड बनाए गए थे। पंकज सीए की पढ़ाई कर रहा है और ललित खेती का कामकाज संभालता है।
अशाेक मालव का कहना है कि उनके पिता मदनलाल रेलवे अधिकारी थे। वर्ष 1995 में उनका निधन हाे गया। मेरी मां करीब 100 साल की हाे गई हैं ताे उनकी इच्छा पूरी करने के लिए दाेनाें दुल्हनाें की विदाई हेलीकाॅप्टर से कराई।