जौनपुर मड़ियाहूं कोतवाली पर बुधवार को अपरान्ह मछलीशहर सांसद को ट्रैफिक से तुरन्त बाहर निकालने के लिए एक सिपाही की कोतवाली तिराहे पर जमकर पिटाई कर दिया गया। पिटाई से आगबबूला सिपाही सांसद के दूसरे गाड़ी को रोक लिया। सूचना जैसे ही कोतवाली में पहुंची कोतवाली से आए दर्जनों सिपाही पहुंचकर पिटाई करने वाले गनर को गाड़ी समेत घेर लिया।
बताया जाता है कि रामरथ जा रही थी इसके लिए मड़ियाहूं कोतवाली पुलिस ट्रैफिक रोक कर रखा था। उसी समय मछलीशहर सांसद वीपी सरोज अपनी गाड़ी से पहुंच गए। तब तक रामरथ जा चुकी थी और पुलिस ट्रैफिक को खोलकर गाड़ियों को बारी बारी से आगे बढ़ा रही थी तभी *सांसद ने सिपाही साहब लाल यादव से कहा कि देख नहीं रहे हो हम लोग वीआईपी है, जिस पर सिपाही ने कहा कि साहब ट्रैफिक ही खुलवा रहा हूं, इतना कहना था की सांसद के पीछे चल रहे दूसरी गाड़ी से प्राईवेट गनर ने उतरकर कोतवाली के ठीक सामने सिपाही की पिटाई करने लगे।* जिस पर तिराहे पर जुटी भीड़ आक्रोशित हो गई और सिपाही की पिटाई कर रहे प्राइवेट गनर को ललकारा तो वह भागकर गाड़ी के अंदर बैठ गया। *भीड़ के बेकाबू होता देख सांसद धीरे से अपनी गाड़ी लेकर खिसक गए।* पीड़ित पुलिस ने सांसद के दूसरे गाड़ी को रोक लिया। सूचना कोतवाली में पहुंची जहां से दर्जनों पुलिसकर्मी पहुंचकर सांसद के गाड़ी को अपने कब्जे में लेते हुए गनर को गाड़ी से बाहर निकलने की बात कहने लगे। लेकिन गाड़ी के अंदर बैठे लोग बाहर नहीं निकले और सांसद को फोन लगाते रहे।
सूचना पर सीओ राजेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे पिटाई करने वाले प्राइवेट गनर को गाड़ी सहित कोतवाली में ले गए। पांच मिनट बाद पुलिस बल के साथ उसे जनता के बीच से बाहर निकाल कर भगा दिए। लेकिन अंत तक सांसद कोतवाली के अंदर नहीं गए। सांसद के इस व्यवहार से मड़ियाहूं पुलिस कर्मियों में रोष व्याप्त है।