आम आदमी पार्टी बहराइच यूनिट द्वारा हाथरस और बलरामपुर में बच्चियों के साथ हुए गैंगरेप के घटनाक्रम के विरोध में सांकेतिक अनशन धरना-प्रदर्शन कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर किया गया ।
धरना स्थल पर ताला बंद होने के कारण यह धरना कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर बैठकर किया गया।
भारी पुलिस बल द्वारा कार्यक्रम का विरोध किये जाने एवं कार्यक्रम ना करने का दबाव बनाए जाने पर
आप जिलाध्यक्ष डाॅ0 सन्तोष कुमारी रस्तोगी की पुलिस प्रशासन से तीखी झड़प हुई और कलेक्ट्रेट के बाहर ही बैठ कर धरना दिया गया।
"आप" जिलाध्यक्ष ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हाथरस की बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को दरिंदों ने अंजाम दिया ।उसके रीढ की हड्डी तोड़ दी गई और लकवे के अंजाम तक पहुंचा दिया गया और योगी की पुलिस ने 8 दिन तक मुकदमा दर्ज नही किया।
गैंगरेप की पीडिता ने जिंदगी और मौत से जूझते हुए दम तोड़ दिया तो गुपचुप तरीके से रात मे ही परिवार की मर्जी के बगैर उसका दाह संस्कार कर दिया गया।
योगी सरकार के इशारे पर काम करने वाली पुलिस प्रशासन का ऐसा रवैया जो लगातार उत्तर प्रदेश में बदस्तूर जारी है यही रवैया दरिंदो के मनोबल को बढाता आया है।
यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में बलात्कार की घटनाओं की बाढ आ गई है।
बलरामपुर में भी ऐसी ही घटना घटी और शासन-प्रशासन द्वारा मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की गई।
आज मीडिया को भी हाथरस की मृतका के परिजनो से मिलने नही दिया गया।यह योगी सरकार के शासनकाल की विफलताओं का डर है कि इनकी मानसिकता और कारनामें दुनिया के सामने ना आ सके।
योगी सरकार का यह बहुत ही तानाशाही पूर्ण रवैया है जो दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अघोषित आपातकाल लगा दिया है।
"आप" कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार के विरोध मे जमकर नारेबाजी की।
"बेटियों को सुरक्षा दो वर्ना गद्दी छोड दो"
"बलात्कारियों को फांसी दो।"
"योगी जब जब डरता है पुलिस को आगे करता है "
जैसे नारे लगाए गए और पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच की मांग की गई ।
आप जिलाध्यक्ष ने कहा कि जो भी अधिकारी, मंत्री इस घटना की लीपापोती करने व पीडिता के परिजनो के उत्पीड़न में दोषी पाये जाएं उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो और गैंगरेप के आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए ।
आज कार्यक्रम में केंद्रीय प्रभारी सुशील चौहान, दिनेश,जिला मीडिया प्रभारी भोला सोनी,जिला सचिव फिरोज खान, सदर विधानसभा प्रभारी उदय पाठक ,डाक्टर तनवीर सिद्दीकी (जिलाध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ठ
मोहम्मद सईद खान,मोहम्मद मुजम्मिल,रेहाना,स्वाति सोनी,वैजनाथ श्रीवास्तव, सहित तमाम कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद रहे ।