जयपुर/ सवाई माधोपुर@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। सीएम अशाेक गहलाेत ने कहा कि संघ लोक सेवा आयोग की ओर से कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय में कंपनी प्रॉसीक्यूटर के पद पर भर्ती के लिये विज्ञापन जारी किया है। इसमें मीना जाति वाले अभ्यर्थियों को अनुसूचित जनजाति मानकर आरक्षण के लाभ के लिये योग्य माना गया है। जबकि मीणा सरनेम वाले अभ्यर्थियों को योग्य नहीं माना गया है। राजस्थान में मीना/मीणा दोनों सरनेम वाले लोगों को अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र जारी किये जाते रहे हैं। इस मुद्दे पर उच्च न्यायालय में भी कई रिट याचिकायें डाली गईं, जिस पर मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार ने शपथ पत्र देकर स्पष्ट किया गया कि मीना/मीणा दोनों एक ही जाति हैं। इनमें केवल स्पैलिंग का अंतर है। सीएम ने कहा कि राजस्थान में इस मुद्दे पर कोई विवाद नहीं है। राज्य सरकार केंद्र को इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण जारी कर मीना और मीणा एक ही मान इस विवाद को खत्म करने के लिये फिर से पत्र लिखेगी। गहलोत ने कहा कि मीणा और मीना विवाद को लेकर राज्य सरकार केंद्र सरकार द्वारा स्पष्टीकरण जारी करने के लिए 2018 में केंद्रीय जनजाति कार्य मंत्रालय को पत्र लिखा था, जिसका अभी तक केंद्र की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। दूसरी ओर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बयान को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। गहलोत ने आरोप लगाया कि बीजेपी इस तरह के बयान देकर तनाव को फिर भड़काना चाहती है। गहलोत ने सोशल मीडिया पर अपना बयान जारी करते हुए लिखा कि देश कोरोना महामारी की गंभीर चुनौती से जूझ रहा है। कोरोना से पहले भी सीएए लागू करने को लेकर भाजपा की हठधर्मिता के कारण मुल्क में बेहद तनाव बना हुआ था। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले जेपी नड्डा ने बयान दिया था कि लॉकडाउन के कारण सीएए लागू करने में देरी हुई, लेकिन अब इसे जल्द लागू किया जाएगा। जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो अपनी पार्टी टीएमसी के राजनीतिक हितों के लिए राज्य में ‘फूट डालो और राज करो’ की राजनीति कर रही है।
कोरोना से बचाव: जन आंदोलन 30 नवंबर तक बढ़ाया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना के खिलाफ लोगों के आंदोलन को 31 अक्टूबर से 30 नवंबर तक यानी एक महीने के लिए बढ़ाने का फैसला किया है। इस दाैरान आम लाेगाें काे स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करना जारी रखें। सीएम गहलोत ने पिछले दिनों ही नगर निगम चुनाव को लेकर कहा था कि चुनाव जरूरी है, लेकिन कोरोना महामारी से बचाव भी आवश्यक है। ऐसे में सभी लोग हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करें, जिससे कोरोना के प्रभाव को रोका जा सके।