नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार में कोसी रेल महासेतु राष्ट्र को समर्पित किया और 12 रेल परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘आज बिहार में रेल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में नया इतिहास रचा गया है। वर्तमान में निर्मली से सरांयगढ़ का सफर करीब‑करीब 300 किमी का होता है। अब वो दिन ज्यादा दूर नहीं जब बिहार के लोगों को 300 किमी की ये यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। 300 किमी की ये यात्रा सिर्फ 22 किमी में सिमट जाएगी।’ पीएम मोदी ने कहा, “आज कोसी महासेतु होते हुए सुपौल‑आसनपुर कुपहा के बीच ट्रेन सेवा शुरू होने से सुपौल, अररिया और सहरसा जिले के लोगों को बहुत लाभ होगा। यही नहीं, इससे नॉर्थ ईस्ट के साथियों के लिए एक वैकल्पिक रेलमार्ग भी उपलब्ध हो जाएगा।”
रेलवे कर्मचारियों की प्रशंसा
रेलवे कर्मचारियों की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “जिस तरह से कोरोना के समय में रेलवे ने काम किया है, काम कर रही है, उसके लिए मैं भारतीय रेल के लाखों कर्मचारियों की विशेष प्रशंसा करता हूं। देश के लाखों श्रमिकों को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए रेलवे ने दिन‑रात एक कर दिया था।” प्रधानमंत्री ने कहा, “2014 के पहले के 5 सालों में बिहार में सिर्फ सवा तीन सौ किलोमीटर नई रेल लाइन शुरु थी। जबकि 2014 के बाद के 5 सालों में बिहार में लगभग 700 किलोमीटर रेल लाइन कमीशन हो चुकी हैं। यानी करीब दोगुने से अधिक नई रेल लाइन शुरु हुईं हैं।”
लालू यादव पर पीएम मोदी का वार
पीएम मोदी ने यहां संबोधन में कहा कि अटल जी की सरकार जाने के बाद इस प्रोजेक्ट की रफ्तार कम हो गई। अगर दूसरी सरकार को बिहार के लोगों की फिक्र होती और जो लोग तब रेल मंत्री थे उन्हें अगर चिंता होती तो काम पहले ही हो जाता, लेकिन वो ऐसा करना नहीं चाहते थे, पीएम बोले कि अगर दृढ़ निश्चय हो और नीतीश जैसा साथी हो तो सबकुछ संभव है।
पीएम ने कहा कि 5–6 साल में हमने समस्याओं का हल ढूंढा है। 4 साल पहले उत्तर-दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले दो महासेतु को शुरू किया गया। पीएम ने कहा कि भूकंप की आपदा ने मिथिला और कोसी को अलग किया था, आज कोरोना महामारी के बीच इन दोनों को फिर से जोड़ा जा रहा है। ये प्रोजेक्ट अटल जी और नीतीश बाबू का ड्रीम प्रोजेक्ट है।
इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने कहा कि अटल जी के कार्यकाल में इसकी शुरुआत हुई थी, लेकिन यूपीए सरकार के दौरान पूरा काम रुक गया। अब आप आएं हैं तो इस कारण ये काम पूरा हो पाया। नीतीश ने इस दौरान अपील करते हुए कहा कि इस लाइन को आगे भी बढ़ाया जाना चाहिए, ऐसी मेरी सरकार से उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब 300 किमी. का सफर तय नहीं करना होगा, कुछ ही वक्त में रास्ता कट जाएगा।
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि आत्मनिर्भर भारत के मिशन के तहत बिहार में रेल नेटवर्क को बढ़ाया जा रहा है और बिजलीकरण किया जा रहा है। पीएम ने बताया कि 2014 से पहले के पांच साल में सिर्फ सवा तीन सौ किमी. रेल लाइन शुरू हुई, लेकिन 2014 के बाद के पांच साल में 700 किमी. रेल लाइन कमीशन हो चुकी है। अभी भी एक हजार किमी. नई रेल लाइन का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा पीएम मोदी ने समस्तीपुर रेलमंडल की कई योजनाओं का उद्घाटन किया और सुपौल से आसनपुर कुपहा डेमू ट्रेन के परिचालन को भी हरी झंडी दिखाई।
लिच्छवी सहित दो ट्रेनों को मिलेगी हरी झंडी
पीएम मोदी ने समस्तीपुर रेलमंडल की 5 बड़ी योजनाओं के साथ 3 ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। डीआरएम अशोक माहेश्वरी के अनुसार पीएम मोदी ने सीतामढ़ी से आनंद विहार टर्मिनल के लिए इलेक्ट्रिक इंजन वाली लिच्छवी एक्सप्रेस, सुपौल सरायगढ़ आसनपुर कुपहा स्टेशन के लिए डेमू और सरायगढ़ राघोपुर के लिए एक डेमू ट्रेन को डिजीटल वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
महासेतु की अहम भूमिका
पीएम नरेन्द्र मोदी ने आज कोसी महासेतु देश को समर्पित किया लेकिन इसके बाद भी मिथिलांचल से जुड़ने में कुछ और दिनों का इंतजार करना पड़ेगा। सुपौल से सरायगढ़ होते हुए कोसी महासेतु से होकर ट्रेन असानपुर कुपहा हॉल्ट तक चलेगी।