पुणे.पुणे में कोरोना के प्रकोप को कम करने के लिए सरकार ने एक्शन प्लान तैयार किया है। इसके तहत अब शहर में सार्वजनिक स्थानों पर थूकने और मास्क नहीं पहनने पर 500 से 1000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, डिप्टी सीएम अजित पवार और स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग कर यह फैसला लिया है।
जावड़ेकर ने कहा कि शहर के कैंटोनमेंट जोन में एंटीजेन टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा एंटीबॉडी वाले लोगों की पहचान करने के लिए शहर में बड़े पैमाने पर सीरो सर्वे कराया जाएगा। सरकार का यह फैसला तब सामने आया है, जब शहर में तीन दिन पहले एक वरिष्ठ टीवी पत्रकार और पूर्व मेयर की कोरोना से मौत हो चुकी है। दोनों ही मामलों में परिवार ने समय पर एम्बुलेंस और बेड नहीं मिलने के आरोप लगाए थे।
जंबो कोविड अस्पताल के अंदर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने बताया कि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के जरिए हमने केंद्र से कहा है कि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सरकार को 50-50 के अनुपात में ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान किए जाएं। इसके साथ ही राज्य सरकार ने अधिकारियों से जंबो कोविड अस्पताल के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगाने और अस्पताल के बाहर एक टीवी लगाने के निर्देश दिए हैं, ताकि मरीजों के परिजन कम से कम अपने मरीजों को टीवी के माध्यम से देख सकें।
विधानसभा सत्र के शुरू होने के मुद्दे पर पवार ने कहा, 'सात सितंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के लिए, हमने सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग और कोविड-19 के रोकथाम के लिए काम करने वाले डिपो से उनकी जरूरतों का पता लगाया है और इस सत्र में इस पर चर्चा करेंगे। सत्र में भाग लेने वाले सभी लोगों को कोरोना टेस्ट करवाना होगा।'
अस्पतालों के बिलों का प्री-ऑडिट किया जाए: राजेश टोपे
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, 'आज, मैंने विशेष रूप से अस्पतालों को निर्देश दिया है कि अस्पताल के बिलों का प्री-ऑडिट किया जाना चाहिए। रोगी को दिए जाने से पहले प्रत्येक बिल को पहले एक ऑडिटर द्वारा ऑडिट किया जाना चाहिए। किसी मरीज की मौत के कारण का पता लगाने के लिए डेथ ऑडिट किया जाना चाहिए।'
दिल्ली से भी आगे निकला पुणे
आपको बता दें कि लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों के बीच महाराष्ट्र का पुणे शहर एक्टिव संक्रमित मरीजों की संख्या में दिल्ली से भी आगे निकल गया है। कोरोना वायरस का पहला केस मिलने के बाद से ही पुणे प्रशासन लगातार इस महामारी को रोकने में जुटा हुआ है, लेकिन संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी नहीं आ रही है।
मास्क नहीं लगाने से बढ़ने लगे हैं कोविड केस
विशेषज्ञों का मानना है कि आर्थिक गतिविधियों के खुलने, जांच बढ़ने और लोगों द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने से कोरोना के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। अकेले दिल्ली में पिछले चार दिन से लगातार कोविड-19 के 2,000 से ज्यादा नये मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को 2,914 मामले आये थे।