पर्वतारोही अनीता कुंडू को मिला तेनजिंग नोर्गे नेशनल ऐडवेंचर्स अवार्ड, अपने पिता के गुजर जाने के बाद मां और चाचा के सपोर्ट से पाई सफलताdeepak tiwari

 
हरियाणा की पर्वतारोही अनीता कुंडू ने एक बार फिर इतिहास रचा है। अनीता को प्रतिष्ठित तेनज़िंग नोर्गे नेशनल अवार्ड-19 के लिए चुना गया।
यह अवार्ड उन्हें 29 अगस्त को एक वर्चुअल प्रोग्राम में भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों से दिया गया। अनीता ने यह अवार्ड 'लैंड ऐडवेंचर' कैटेगरी में जीता।
चार बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की
अनीता कुंडू पहली महिला पर्वतारोही हैं, जिन्होंने विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत एवरेस्ट पर नेपाल और चीन दोनों तरफ़ से चढ़ाई पूरी की है। अनीता ने अब तक कुल चार बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की, जिसमें से उन्होंने तीन बार सफलता हासिल हुई।
अनीता ने 2013 में नेपाल के रास्ते, 2017 में चीन के रास्ते और 2019 में माउंट एवरेस्ट फतेह करने में सफलता पाई।
तूफान के कारण लौटना पड़ा था
साल 2015 में 22 हजार फुट की चढ़ाई के बाद अनीता को तूफान के कारण लौटना पड़ा था। अनीता चाहती हैं कि देश का हर युवा अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों से लड़ें।
सफलता का श्रेय मां और चाचा काे देती हैं
अनीता को कबड्डी का शौक था, जिसके चलते उसने 5वीं कक्षा से ही कबड्डी खेलना शुरू कर दिया था। लेकिन पिता की मौत के बाद अनीता ने कबड्डी खेलना छोड़ दिया।
अनीता की परवरिश उनकी मां और चाचा ने मिलकर की। वे अपनी सफलता का श्रेय इन दोनों काे देती हैं जिनकी वजह से उन्हें ये मुकाम हासिल हुआ।
फिलहाल सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात
अनीता ने फरवरी 2018 में सात महाद्वीपों में स्थित सभी सात चोटियों पर फतह करने की अपनी योजना की घोषणा की थी, जिसमें से सिर्फ़ एक बाक़ी है। ये उत्तरी अमेरिका में स्थित डेनाली चोटी है।
इसे माउंट मैकिंले के नाम से भी जाना जाता है। हरियाणा, हिसार की रहनेवाली अनीता फिलहाल सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। वे अपने चार बहन-भाइयों में सबसे बड़ी हैं।
अनीता विश्व की सबसे बड़ी सिक्योरिटी कंपनी एसआईएस की ब्रांड एंबेसडर हैं। वे द आईपीएस देहरादून, हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी महेंद्रगढ़, निफा आदि की भी ब्रांड एंबेसडर हैं।