पुणे.1 लाख 75 हजार से ज्यादा मरीजों के साथ पुणे में कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है। यहां अब तक 4 हजार 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। एम्बुलेंस की कमी से बुधवार को हुई एक टीवी पत्रकार की मौत के 24 घंटे के भीतर पुणे महानगरपालिका के पूर्व मेयर दत्तात्रेय गोविंद उर्फ दत्ता एकबोटे की भी संक्रमण से मौत हो गई। गुरुवार तड़के उन्होंने पुणे के ससून हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। दत्ता एकबोटे के परिवार का कहना है कि उन्हें भी बेड के लिए कई हॉस्पिटल के चक्कर काटने पड़े।
एकबोटे अपने पीछे इस दुनिया में पत्नी, दो बेटियां और एक पोते को छोड़ गए हैं। समाजवादी विचारक दत्तात्रेय गोविंद उर्फ दत्ता एकबोटे गरीबों के नेता माने जाते थे। वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में राज्य उपाध्यक्ष के रूप में काम चुके थे। गरीबों के अधिकार के लिए हुए कुछ आंदोलनों में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
बेड नहीं मिलने से भटकता रहा परिवार
कुछ दिनों पहले दत्ता एकबोटे की बड़ी बेटी और सबसे छोटे बेटे की भी कोविड की वजह से मृत्यु हो गई थी। 84 वर्षीय एकबोटे को जैसे ही पता चला कि वे कोरोना संक्रमित हैं उन्होंने अपने लिए हॉस्पिटल तलाशना शुरू किया, लेकिन पुणे के सभी प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटल ने बेड खाली नहीं होने की बात कहते हुए उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया गया। आखिरकार उन्हें पुणे के ससून जनरल हॉस्पिटल में एक बेड मिला और यहां उन्हें इलाज के लिए भर्ती करवाया गया।
इलाज के लिए अजित पवार से मांगी गई मदद
परिवार का आरोप है कि उन्हें समय पर सही ट्रीटमेंट नहीं दिया गया। उनके लिए पूर्व पार्षद मीनाक्षी कडगी ने पुणे के सांसद गिरीश महाजन और अजित पवार से बात की और दोनों के निर्देशों के बाद उनका सही ढंग से इलाज शुरू हुआ। हालांकि, तब तक देर हो चुकी थी और उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई और आखिरकार उन्होंने तड़के 2 से 3 के बीच दम तोड़ दिया।
अंतिम संस्कार के लिए तीन श्मशान में भटकता रहा परिवार
मरने के बाद भी शव को लेकर परिवार को दो कब्रिस्तान में भटकना पड़ा। परिवार पहले उन्हें लेकर कैलाश श्मशान में गया, जहां जगह मिलने के कारण पहले उन्हें यरवडा और फिर कोरेगांव पार्क श्मशान ले जाना पड़ा। यहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।
शरद पवार ने अचानक किया पिंपरी चिंचवाड़ का दौरा
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार आज पिंपरी चिंचवाड़ महानगर पालिका पहुंचे। पवार ने यहां कोरोना के लिए बने वॉर रूम का जायजा लिया और निगम अधिकारियों से कोरोना के संबंध में बात की। पालिका आयुक्त श्रावण हार्डीकर ने शहर में कोरोना की स्थित और उससे निपटने के लिए उठाये कदम की जानकारी दी।
पुणे निगम के पास नहीं है फंड की कमी: मेयर मुरलीधर
बता दें कि पुणे में कई करोड़ रुपए लगाकर तीन जंबो कोविड सेंटर का निर्माण किया गया है। इसके बावजूद लोग बेड की कमी से जूझ रहे हैं। इन दो मौतों ने प्रशासन के इंतजाम की पोल खोल दी है। इस बीच गुरुवार को पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि पुणे में एक लाख से जायदा कोरोना मरीज हैं। हमारा फोकस ऑक्सीजन बेड और वेंटीलेटर की संख्या को बढ़ाना है। हम लगातार स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती कर रहे हैं। निगम के पास फंड की कोई कमी नहीं है। पुणे महानगरपालिका अब तक 300 करोड़ रुपए खर्च कर चुका है।
पुणे संभाग में 2 लाख 44 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीज
बुधवार को पुणे संभाग (पुणे, सातारा, सांगली, सोलापुर, कोल्हापुर जिलों) में संक्रमितों की संख्या 2 लाख 44 हजार 499 तक पहुंच गई है। हालांकि उनमें से 1 लाख 80 हजार 345 मरीजों ने महामारी को मात दी है। पुणे के संभागीय आयुक्त सौरभ राव द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, गत 24 घंटे के भीतर महामारी के 6563 नए मरीज मिले हैं। इसमें अकेले पुणे जिले के 3433 नए मरीज शामिल हैं।
फिलहाल पूरे संभाग में 57 हजार 632 मरीजों का इलाज जारी है। अब तक 6522 मरीजों की मौत हुई है। पुणे संभाग में आज तक कुल 11 लाख 59 हजार 411 मरीजों की कोविड टेस्ट की गई, जिसमें से 2 लाख 44 हजार 499 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।