तमिलनाडु के एक गवर्नमेंट स्कूल की टीचर ने अपनी सेविंग से 16 स्मार्टफोन खरीदे और गरीब विद्यार्थियों को बांट दिए, ताकि वे ऑनलाइन क्लास अटैंड कर सकें। इतना ही नहीं, टीचर ने इन बच्चों से कहा है कि स्कूल खुलने तक वे उनके मोबाइल में रिचार्ज भी करवाती रहेंगी।
सभी बच्चे 10वीं कक्षा के हैं। एलामबेलुर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की टीचर के. भैरवी चाहती हैं कि प्राइवेट स्कूलों की तरह उनके विद्यार्थी भी ऑनलाइन पढ़ सकें। उनके विद्यार्थी कक्षा 10वीं के हैं और उनकी बोर्ड परीक्षा होगी।
स्टूडेंट के बारे में अधिक जानकारी के लिए पहले वे अलग-अलग गांवों में गईं और अपने स्टूडेंट्स के पैरेंट्स से मिलीं। उन्होंने देखा कुछ बच्चे तो इतने गरीब हैं कि उनके घर में मामूली सुविधाएं भी नहीं हैं। यह सब देख वे बहुत उदास हुईं। उन्होंने पैरेंट्स से कहा कि आप बच्चे को लेकर स्कूल आएं, वहां बात करते हैं।
लॉकडाउन के चलते भैरवी वाट्सएप के जरिए अनेक बच्चों को पढ़ा रही हैं। उन्हें पता चला कि कुछ बच्चे स्मार्टफोन न होने से क्लास अटैंड नहीं कर पा रहे। ऐसे में भैरवी की बेटी ने आइडिया दिया कि मम्मी आप इन्हें फोन खरीदकर दे दीजिए।
इसके बाद भैरवी ने अपनी बचत में से एक लाख रुपए के 16 फोन और सिमकार्ड खरीदे। वे ऑनलाइन क्लासेस रिकॉर्ड कर वाट्सएप पर पढ़ाती हैं।
जिन बच्चों को स्मार्ट फोन देना तय किया गया था, उन्हें माता-पिता के साथ स्कूल बुलवाया गया और सरप्राइज गिफ्ट के रूप में सभी को मोबाइल सौंप दिए। किसी बच्चे और उसके पैरेंट्स को यह पता नहीं था कि उन्हें स्कूल क्यों बुलवाया है? बच्चे स्मार्टफोन पाकर बहुत खुश हैं।