इंदौर। लॉकडाउन के दौरान महिला बाल विकास का भिक्षावृत्ति रोको अभियान ठंडा पड़ा था, सडक़ों पर भीख मांगने वालों की संख्या काफी बढ़ गई है अब विभाग फिर से भिक्षावृत्ति में संलिप्त बच्चों को पकडऩे की कवायद सोमवार से शुरू करने जा रहा है।
शहर के प्रमुख चौराहों पर बड़ी संख्या में भीख मांगने वाले बच्चे घूम रहे हैं, लगातार शिकायतों के बावजूद कोरोना वायरस के दौर में भिक्षावृत्ति अभियान बंद पड़ा था। कार्यक्रम अधिकारी डॉ सीएल पासी ने बताया कि सप्ताह में 1 दिन शहर के विभिन्न चौराहों पर चाइल्ड लाइन, श्रम विभाग और आईसीपीएस के अधिकारी कर्मचारी अलग अलग टीम बनाकर चौराहों पर भीख मांगने वाले बच्चों को पकडऩे का अभियान चलाएगी। सोमवार से शुरू हो रहे इस अभियान जागरूकता को शामिल किया गया है, यहां वहां घूमने वाले निराश्रित बच्चों को सेंल्टर होम में बेहतर जीवन यापन के लिए रखा जाएगा। वहीं इस बार सप्ताह में अलग-अलग दिन भिक्षावृत्ति रोको अभियान चलेगा।
लोगों को नहीं मिल रहा भोजन, सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत
लॉकडाउन के दौरान सीएम हेल्पलाइन पर ऐसी शिकायतें भी बड़ी संख्या में आ रही है कि लोगों के पास भोजन नहीं है, हालांकि संबंधित अधिकारियों ने दावा किया है कि निराश्रितों के भोजन की व्यवस्थाएं की जा रही है,पर जमीनी हकीकत शहर के चौराहों-चौराहों पर देखी जा सकती है।