2020-09-02
deepak tiwari
हरिद्वार, 01 सितम्बर । तीर्थ नगरी हरिद्वार में साल 2021 में कोरोना काल में होने जा रहे महाकुंभ के आयोजन पर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि ने सभी अटकलों पर पूर्णतया विराम लगा दिया है। उनका कहना है कि महाकुंभ का आयोजन अपने तय समय पर ही होगा।
दरअसल कोरोना महामारी के चलते ये कयास लगाए जा रहे थे कि कुंभ इस बार एक साल आगे खिसक जाएगा, क्योंकि महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल पर होता है। इसबार का आयोजित होने वाला कुंभ पर्व 11 साल के अन्तराल पर होना है। ज्योतिष गणना के मुताबिक प्रत्येक 8 कुंभ के आयोजन के बाद सूर्य की गणना बदल जाती है और उसके बाद पड़ने वाला कुंभ पर्व 11 वर्ष के बाद आयोजित होता है।
कुंभ के आयोजन को लेकर तमाम आशंकाओं को निराधार बताते हुए जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि ने कहा कि इस बार कुंभ का योग 11 सालों में बना है। लिहाजा कुंभ के आयोजन को स्थगित करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता। कुंभ 2021 में ही होगा और अपने समय पर ही होगा।
उन्होंने बताया कि पहला शाही स्नान 11 मार्च को होगा। आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि के अनुसार अगर कुंभ के समय भी स्थितियां ऐसे ही रहीं तो प्रतीकात्मक रूप से महाकुंभ स्नान होगा। लेकिन किसी भी कीमत पर कुंभ के समय में बदलाव नहीं किया जा सकता। वहीं, ज्योतिषियों के अनुसार जब मेष राशि में सूर्य और कुंभ राशि में बृहस्पति विराजमान होते हैं तब हरिद्वार में महाकुंभ का आयोजन होता है और यह संयोग साल 2021 में ही बन रहा है।