सवाई माधोपुर/ मलारना डूंगर@ चंद्रशेखर शर्मा। मलारना डूंगर उपखंड क्षेत्र के मलारना चौड़ कस्बे के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 16 वर्षीय किशोरी के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आनेके बाद पुलिस ने आरोपियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। दुष्कर्म की घटना मंगलवार रात 10 बजे की बताई जा रही है। ग्रामीणों की सूचना पर मलारना डूंगर पुलिस ने आरोपित संविदा सफाई कर्मी सहित उसके एक सहयोगी को हिरासत ले लिया। घटना को लेकर किशोरी के पिता ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। बालिका के पिता ने रिपोर्ट में बताया कि बालिका मंगलवार रात सात बजे घर से अपने ताऊ के घर गई थी, लेकिन जब वह बहुत देर तक वापस नहीं आई तो ताऊ के घर जाकर पता किया। बालिका वहां पर भी नहीं थी। बाद में बालिका के घर से सटे पीएचसी केन्द्र के बाहर एक युवक को संदिग्ध हालत में घूमते देखा तो परिजनों को शक हुआ। युवक से पहले पूछताछ करने पर उसने अज्ञानता प्रकट की, लेकिन बाद में जब ग्रामीणों ने कड़ाई से पूछताछ की तो युवक ने बताया कि उसकी बेटी इस समय पीएचसी में है और उसके साथ दौलत नाम का युवक भी है। पीएचसी की चारदीवारी के भीतर जाकर देखा तो भीतर से ताला लगा हुआ था और एक हाल में पंखा चलने की आवाज आ रही थी और उसकी लाइट जली हुई थी। वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई और पीएचसी को चारों तरफ से घेर लिया। इसी दौरान परिजनों ने पुलिस को सूचना भी दे दी। पुलिस के आने से पहले परिजनों ने पीएचसी परिसर में बने कर्मचारी आवास पर जाकर कंपाउंडर से चाबी मांगी। पहले तो कर्मचारी ने मना कर दिया, लेकिन जब मामले की गंभीरता समझ में आई तो उसने चाबी से मुख्य चैनल गेट खोला।
चैनल गेट की एक चाबी कंपाउंडर के पास एवं एक सफाई कर्मचारी के पास रहती है। लोगों ने अंदर जाकर देखा तो हाॅल में कोई नहीं मिला, लेकिन पास के बाथरूम का दरवाजा भीतर से बंद देख कर लोगों को शक हुआ। बाद में युवक को बालिका के साथ बाथरूम से आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया। इसी दौरान मलारना डूंगर से पुलिस भी वहां पहुंच गई। पुलिस दोनों युवकों के साथ बालिका को भी अपने साथ थाने ले गई। मलारना डूंगर थाना प्रभारी ने बताया कि बालिका नाबालिग है, और आरोपी बालिग है। पुलिस ने बालिका को सवाई माधोपुर ले जाकर उसका बोर्ड की निगरानी में मेडिकल करवाया और आवश्यक कार्रवाई की।मलारना चौड़ पीएचसी के अंदर कस्बे की युवती को बहला फुसलाकर लेकर जाने के मामले में
मलारना डुंगर थाने में कई धाराओं में प्रकरण दर्ज कर वृत्ताधिकारी नारायण लाल तिवाड़ी को जांच सौंपी गई है।
प्रथम दृष्टया संपूर्ण मामले में सरकारी अस्पताल के कार्मिकों व चिकित्साधिकारीयों की घोर लापरवाही दिखाई दे रही है। कुछ भी हो लेकिन यह घटना मलारना चौड़ कस्बे व आस-पास के लोगों को शर्मसार कर देने वाली है। इस घटना के बाद किसी भी जनप्रतिनिधि ने इसके विरोध में खुलकर बयान जारी नहीं किया है।