पटना/गया.गया का विष्णुपद मंदिर सोमवार को 6 महीने बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। कोरोना के चलते मंदिर में भीड़ थोड़ी कम दिखी। करीब 200 लोग दर्शन के लिए पहुंचे। आम दिनों में यहां 500 से 1000 लोग दर्शन के लिए आते हैं। भक्तों को थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के बाद अंदर जाने की इजाजत मिली। बुखार, सर्दी और खांसी से पीड़ित लोगों को मंदिर के अंदर जाने की इजाजत नहीं मिली।
केंद्र सरकार ने पहले ही अनलॉक-4 को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी थी। इसके बाद 21 सितंबर से बिहार के अधिकांश मंदिर खोल दिए गए हैं। सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर में भी पूजन शुरू हो गया। कोरोना के चलते यहां भी भीड़ थोड़ी कम दिखी।
मंदिर खुलने से पंडों को बड़ी राहत
विष्णुपद में पूजा कराने वाले पंडों की आजीविका मंदिर पर ही निर्भर है। मंदिर खुलने के बाद उन्हें बहुत राहत मिली है। पंडों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से उन्हें बहुत दिक्कत हो रही थी। अब मंदिर खुल गया है तो लोग पूजा करने आएंगे और चढ़ावा भी होगा।
भगवान का दर्शन करने आए भक्त राम गोविंद ने बताया कि वह पहले हर दिन विष्णुपद मंदिर आते थे। लेकिन, कोरोना की वजह से पिछले 6 महीनों से मंदिर नहीं आ रहे थे। सासाराम की रहने वाली एक महिला ने बताया कि 5 महीने पहले मुझे बेटी हुई है। तभी मन्नत मांगी थी कि विष्णुपद मंदिर आऊंगी। आज बेटी और पूरे परिवार के साथ मंदिर में आकर पूजा किया।
मंदिर प्रबंधन की तरफ से जारी गाइडलाइन
बिना मास्क के श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं।
मंदिर के अंदर जाने वाले सभी श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग हो रही है, तापमान अधिक रहने पर अंदर जाने की इजाजत नहीं।
मंदिर प्रबंधन की तरफ से हैंड सैनिटाइजर और साबुन की व्यवस्था की गई है, हाथ धोने के बाद ही अंदर जाने की इजाजत।
मंदिर परिसर में एक बार में 10 लोगों को प्रवेश करने की अनुमति, सभी के निकलने के बाद फिर 10 लोग अंदर जा सकेंगे।