हिंदी दिवस:विश्व के 253 देशों में पढ़ाई जाती है… हमारी हिन्दी deepak tiwari

इन्दौर।  आज ही के दिन 14 सितंबर को  देवनागरी लिपि में हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था। बड़े गर्व की बात है कि देश के 77 प्रतिशत लोग बोलचाल में हिंदी का प्रयोग करते हैं वहीं विश्व के 253 देशों की यूनिवर्सिटी में पढ़ाई जाती है हिंदी, यह भी हम सभी के लिए हर्ष का विषय है ।
सन् 1953 में पहली बार हिंदी दिवस का आयोजन हुआ था। तभी से यह सिलसिला बना हुआ है। हिंदी दिवस को मनाने का उद्देश्य हिंदी भाषा की स्थिति और विकास पर मंथन को ध्यान में रखना है। देश में करीब 77 प्रतिशत से भी ज्यादा लोग हिंदी बोलते हैं। सरकारी कार्यालयों और शिक्षण संस्थानों में 15 दिन तक हिंदी पखवाड़ा मनाया जाता है लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते कुछ जगह ही ऑनलाइन आयोजन होंगे । 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा की ओर से हिंदी को आजाद भारत की मुख्य भाषा का दर्जा प्राप्त हुआ था। इसका उल्लेख संविधान के अनुच्छेद 343 (1) में किया गया है। अनुच्छेद के अनुसार भारत की राजभाषा हिंदी और लिपि  देवनागरी है।
इसलिए  मनाया जाता है हिंदी दिवस
हिंदी पूरे विश्व में चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। ऐसे में हिंदी की महत्ता बताने और प्रचार‑प्रसार के लिए हिंदी दिवस को मनाया जाता। इस दिन ही देवनागरी लिपि में हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था।
हिंदी के कार्य व प्रचार प्रसार को बढ़ाना होगा
अगर आज भी हमने भाषा को लेकर सतर्कता नहीं बरती तो वो दिन दूर नहीं जब हिंदी भाषा हमारे बीच से बिल्कुल गायब हो जाएगी। यदि हमें हिंदी भाषा के महत्व को जिंदा रखना है तो इसके प्रचार‑प्रसार को बढ़ाना होगा। साथ ही सरकारी और प्राइवेट ऑफिस के कामकाज में हिंदी में करना होंगे।