आगरा.अनलॉक-4 में देश के बड़े पर्यटक स्थलों में शामिल ताजमहल को 188 दिनों बाद पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। ऑनलाइन टिकट बुकिंग खुलने के बाद महज दो घंटों के भीतर ही 2560 टिकट बिक गए। ताजमहल देखने आए पर्यटकों में काफी उत्साह देखने को मिला। चीन से आए लियांग चियाचेंग ताजमहल को देखने वाले पहले पर्यटक थे। कोरोना से बचाव के उपायों के साथ लोगों को ताज परिसर में प्रवेश दिया जा रहा है। यहां डायना बेंच को लेमिनेट किया गया है।
5 हजार पर्यटकों को जाने की अनुमति
अधीक्षण पुरातत्वविद बसंत कुमार ने बताया कि कोरोना को लेकर एसओपी का पालन कर रहे हैं। ताजमहल में 5 हजार पर्यटकों को ही आने की अनुमति है। सभी पर्यटकों को थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज करने के बाद ही गेट के अंदर जाने दिए जा रहा है। पर्यटकों के लिए ग्रुप फोटो रोक लगाई है। ताजमहल के पूरे कैंपस में मास्क लगाना जरूरी किया गया है। रेलिंग, स्मारक के किसी सतह को छूने की मनाही है। पर्यटकों के लिए दो माह तक एडवांस टिकट बुकिंग की सुविधा है। दोपहर दो बजे से पहले तक 2500 और उसके बाद 2500 पर्यटकों को ही अनुमति दी जाएगी।
डायना बेंच पहली बार लेमिनेट किया
ताजमहल के साथ आगरा के लाल किले को भी खोल दिया गया है। किले में एक दिन में 2500 पर्यटक की अंदर जा सकेंगे। ताजमहल में सुरक्षा के लिए डायना बेंच को लेमिनेट किया गया है, ताकि समय समय पर सैनिटाइज किया जा सके। अब तक के इतिहास में पहली बार डायना बेंच को लेमिनेट किया गया है। इससे पूर्व ब्रिटेन के युवराज और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के आगमन पर डायना बेंच को बर्फ से ठंडा करने की व्यवस्था की गई थी।
बेंच का नाम क्यों पड़ा डायना?
आगरा के इतिहासकार राजकिशोर शर्मा राजे बताते हैं कि साल 1902 में तत्कालीन वायसराय लॉर्ड कर्जन आगरा आए थे। उनके कार्यकाल में ताजमहल परिसर में बदलाव हुए थे। उनमें से डायना बेंच एक है। 1907-08 में सेंट्रल ट्रैक पर संगमरमर की चार बेंच लगाई गई थी। साल 1962 में प्रिंसेज डायना ताज देखने आई थीं। उन्होंने सेंट्रल ट्रैक के ठीक बीच में स्थित बेंच पर बैठकर फोटो खिंचाई थी। उनकी लोकप्रियता को देखते हुए ये बेंच उनके नाम से पुकारी जाने लगी।
मंडल के 166 स्मारक हुए थे बंद
आगरा मंडल में 266 और आगरा शहर में ताजमहल के अलावा लालकिला, मेहताब बाग, सिकन्दरा स्थित अकबर का मकबरा, मरियम का मकबरा, एत्माद्दौला जैसे आठ स्मारक बंद कर दिए थे। इनमें से ताजमहल और आगरा का किला छोड़कर अन्य सभी स्मारकों को एक सितंबर से खोल दिया गया था, लेकिन भारतीय पुरातत्व विभाग ने ताजमहल और आगरा का किला को आज से खोला है। ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी दोनों दरवाजों से प्रवेश और निकास की व्यवस्था रखी गयी है। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
पर्यटक काफी उत्साहित दिखे
स्पेन की रहने वाली अफारा आज पहले दिन ताजमहल देखने के लिए पहुंची हैं। वे बताती हैं कि मैं बहुत उत्साहित हूं। मैं पहली बार ताजमहल देखने आई हूं। इसे देखने के बाद मुझे एहसास हुआ कि यह जीवन का सबसे खूबसूरत लम्हा है।
स्पेन की रहने वाली सायनो कहती हैं कि बहुत दिनों से ताज के खुलने का इंतजार कर रही थी। यहां आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। कोरोना से बचाव को लेकर किए गए उपाय बेहतर हैं।
दिल्ली से आई रितु ने बताया कि मैं दिल्ली से आई हूं। साथ मेरे पति व जेठ भी हैं। बहुत ज्यादा उत्साहित हूं। यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है।
ताजमहल का माहौल पॉजिटिव, जल्द जिंदगी ढर्रे पर होगी
यहां के गाइड नितिन सिंह कहते हैं कि आज ताजमहल खुलने के बाद पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की मायूसी खत्म हुई है और उनमें खुशी की लहर है। ताजमहल का माहौल बहुत पॉजिटिव नजर आ रहा है। अभी शुरुआत में पर्यटकों की संख्या कुछ कम जरूर है। लेकिन आने वाले दिनों में इसमें इजाफा होगा। आज कुछ विदेशी सैलानी आए हैं और जैसे ही सरकार विदेशी उड़ान शुरू करेगी और पर्यटकों को आने देगी तो सबकी जिंदगी ढर्रे पर आने लगेगी।
इस गाइड लाइन का करना होगा पालन
पर्यटकों को मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
टिकट विंडो बंद रहेंगे। ऑनलाइन टिकट से एंट्री मिलेगी।
पार्किंग समेत सभी पेमेंट डिजिटल मोड में करने होंगे।
दीवारों और रेलिंग से दूर रहना होगा।
एंट्री से पहले थर्मल स्क्रीनिंग होगी। बिना लक्षण वाले ही प्रवेश पाएंगे।
स्मारक में ग्रुप फोटोग्राफी की मंजूरी नहीं होगी।
विदेशियों को एंट्री टिकट के लिए 1100 रुपए और देश के पर्यटकों को 50 रुपए देने होंगे।