दर्शकों को थिएटर तक लाने की तैयारी: deepak tiwari

नई दिल्ली. कोरोनावायरस और लॉकडाउन के कारण करीब 4 माह से बंद सिनेमा हाॅल अब सितंबर खुल सकते हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस बार के अनलॉक में सिनेमा हॉल और थिएटर के अलावा स्कूल, कॉलेज, शॉपिंग मॉल में सभी स्टोर खुलने को लेकर सरकार छूट दे सकती है। इसी उम्मीद के साथ देशभर के बड़े सिनेमा हाॅल के मालिकों ने ग्राहकों को थिएटर तक लाने के लिए कमर कस कर तैयारी कर रहे हैं। मल्टीप्लेक्सेज मूवी टिकट पर भारी छूट देने की तैयारी कर रही है।
देशभर में बंद हैं सभी सिनेमा हॉल
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते देश में मार्च से लॉकडाउन का ऐलान किया गया था, तकरीबन दो महीने के लॉकडाउन के बाद चरणबद्ध तरीके से अनलॉक की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। इससे पहले तीन अनलॉक का ऐलान किया जा चुका है। अनलॉक 3 की मियाद 31 अगस्त को खत्म हो रही है, ऐसे में सरकार एक बार फिर से अनलॉक-4 का ऐलान कर सकती है, जिसमें सिनेमा हॉल, थिएटर खुलने को लेकर रियायत दी जा सकती है।
'मल्टीप्लेक्स का रेवेन्यू जीरो हुआ'
पांच महीनों से सिनेमाघरों के बंद रहने के कारण बॉलीवुड को 1 हज़ार करोड़ का घाटा हुआ है। ऐसा पहली बार हुआ जब सिनेमाघरों के मालिकों की बिल्कुल कमाई नहीं हुई वो भी इन गर्मियों की छुट्टियों के दिनों में जब स्कूल भी बंद हैं। देशभर के मल्टिप्लेक्स का रातों-रात रेवन्यू घटकर जीरो हो गया है। फिक्की की एक रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में मल्टीप्लेक्स में करीब 3200 स्क्रीन हैं। एक स्क्रीन का दो महीने का ऑपरेशन एक्सपेंडिचर लगभग 25 लाख रुपए आता है। मल्टीप्लेक्स चाहे बंद ही क्यों न हो
जानिए क्या रणनीति अपनाएंगे मल्टीप्लेक्सेस
कार्निवल सिनेमा के एमडी पी.वी. सुनील कहते हैं कि शुरुआती हफ्तों में हमारे पास ढेर सारी योजनाएं हैं। इसमें फ्रंटलाइन वर्कर्स जैसे मेडिकल और पुलिसकर्मियों के लिए फ्री में फिल्म की टिकट, दो टिकट पर एक फ्री टिकट जैसी योजनाएं हैं। मल्टीप्लेक्स चेन अब कैश बैक के साथ टिकट के लिए कूपंस भी दे रही हैं। इसमें फूड एवं बेवरेजेस का समावेश है। लोग जब भी सिनेमाघरों में जाएंगे वे इस कूपंस को भुना सकते हैं।
बच्चों और सीनियर सिटिजन के लिए भी कई प्लान
इसके तहत प्रमोशनल डिस्काउंट भी पहले दो हफ्तों से लेकर चार हफ्तों तक रहेगा। सुनील ने कहा कि हमारे पास बच्चों और सीनियर सिटिजन के लिए भी कई प्लान्स हैं। हालांकि, यह सरकारी दिशानिर्देशों पर निर्भर करेगा कि उन्हें सिनेमाघरों में आने की परमिशन मिलती है या नहीं। जहां तक हमें अनुमान है कि बच्चों और सीनियर सिटिजन ​​​​​​को वापस आने में समय लगेगा।
दर्शकों की सुरक्षा पहले, मुनाफा बाद में देखेंगे
चौहान ने कहा कि अगर सिनेमा हाॅल खुलती है तो हम निश्चित रूप से दर्शकों की सुरक्षा को प्रायोरिटी देंगे। हमारे लिए हमारे ग्राहकों की सुरक्षा पहले आती है, और बाद में मुनाफा। उन्हें संपर्क रहित लेनदेन, नियमित स्वच्छता, कर्मचारियों के लिए कौशल प्रशिक्षण देंगें। पोस्टर और वीडियो के माध्यम से उन्हें सुरक्षित महसूस कराने के साथ अभियान शुरू करेंगे, साथ ही टिकट की कीमतों में कमी करने पर भी विचार कर रहे हैं। चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल पर खर्च को देखते हुए और इसके साथ शुरू करने के लिए हम मुश्किल से 30-40% आक्यूपेंसी की होगी।
पीवीआर की तैयारी भी पूरी
सिनेमाघर पहले से ही सुरक्षा और स्वच्छता प्रोटोकॉल में निवेश कर चुके हैं। उदाहरण के लिए, पीवीआर ने पूरी तरह से संपर्क रहित लेन-देन प्रणाली को अपना लिया है, जहां ग्राहक को टिकट बुक करने के लिए और खाना ऑर्डर करने के लिए अपने फोन कैमरे के माध्यम से मल्टी टच में उपलब्ध क्यू आर कोड को स्कैन करना होता है जिसके बाद वो खाना ऑर्डर कर सकते हैं और टिकट भी ऐसा ही बुक कर सकते हैं। किसी भी तरह से कोई भी फिजिकल टिकट अब नहीं बेचे जाएंगे।
एंट्री गेट्स पर सेंसर लगा दिए गए
थिएटर्स के एंट्री गेट्स पर सेंसर लगा दिए गए हैं। जिसके बाद तापमान की जांच की जाएगी अगर किसी व्यक्ति का तापमान ज़्यादा होगा तो उसे एंट्री नहीं दी जाएगी इसके अलावा वाशरूम के नल भी सेंसर से लैस किए गए हैं।