ग्रेटर नोएडा में कोविड-19 महामारी के कारण जेल में बंदियों से परिजनों की मुलाकात पर प्रतिबंध होने के कारण बहनों की राखियां सेनिटाइज कर उपलब्ध कराई गईं। जेल प्रशासन ने बहनों के संदेश को रिकार्ड कर बंदियों को सुनाया। जेल प्रशासन ने भी बंदियों को भाई-बहन के प्रेम के पर्व की बधाई दी। वही कोविड अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजो रक्षाबंधन पर अस्पताल अस्पताल प्रशासन बहनों द्वारा भेजी जाने वाली राखियों को संक्रमितों तक पहुंचाया, अस्पताल की डॉक्टर्स ओर नर्सो ने अस्पताल में भर्ती मरीजो कि कलाई पर बांधी राखी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए बात भी कराई।
जेल सुपरिंटेंडेंट विपिन कुमार मिश्र ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण जेल में बंदियों से परिजनों के मुलाकात पर पाबंदी लगाई गई है। रक्षाबंधन के पर्व के लिए पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक कारागार ने बहनों की ओर से आई राखियों को बंदियों तक पहुंचाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने बताया कि एक अगस्त की शाम तक जेल प्रशासन को मिली सभी रक्षासूत्र बंदियों को उपलब्ध कराए गए। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश के तहत राखियों को सेनिटाइज करने के बाद दिया गया। बंदियों ने एक-दूसरे को राखी बांधकर पर्व की खुशियां मनाई। जेल अधीक्षक ने बताया कि परिजनों और बहनों की ओर से आए संदेश को भी रिकार्ड कर बंदियों को सुनाया गया। जेल प्रशासन ने भी सभी बंदियों को पर्व की बधाई दी।
वही नोएडा के मरीजो रक्षाबंधन पर अस्पताल अस्पताल राखी का पर्व सादगी से मनाया गया । प्रशासन ने बहनों द्वारा भेजी गयी राखियों को संक्रमितों तक पहुंचाया, अस्पताल की डॉक्टर्स ओर नर्सो ने अस्पताल में भर्ती मरीजो कि कलाई पर बांधी राखी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए बात भी कराई। शारदा अस्पताल प्रवक्ता डॉ. अजीत कुमार ने बताया कि रक्षा बंधन पर राखी संक्रमितों तक पहुंचाने का इंतजाम किया गया था। इसके लिए एक टेलीफ़ोन नंबर भी जारी किया गया था। जिस बहन ने राखी भेजी तो उसे मरीज तक पहुंचा गया संक्रमित के चाहने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिये बहन से बात भी कराई गई। कैलाश आयुर्वेदिक एवं नैचुरोपैथी स्थित कोविड़ अस्पताल और जिम्स के कोविड अस्पताल में बहनो की भेजी राखी को डॉक्टर्स ओर नर्सो ने अस्पताल में भर्ती मरीजो कि कलाई पर बांधा।
पत्रकार विक्रम