बौंली में मनाया गया विश्व हिन्दू परिषद् का 56 वां स्थापना दिवस


    सवाई माधोपुर/ बौंली @रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा।विश्व हिंदू परिषद बौंली प्रखंड इकाई की ओर से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अपना स्थापना दिवस बड़ी उमंग और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यहां श्री श्री108 श्री सीताराम दास जी त्यागी के सानिध्य में एक बैठक आयोजित कर स्थापना दिवस । प्रखंड मंत्री  हेमराज दीक्षित ने बताया कि आज कृष्ण जन्माष्टमी पर 56 वर्ष पूर्ण हो गए हैं। परिषद् की स्थापना कृष्ण जन्माष्टमी पर 29 अगस्त 1964के पावन अवसर पर पवई, मुम्बई स्थित स्वामी चिन्मयानन्द के आश्रम सांदीपनि साधनालय में विश्व हिंदू परिषद की स्थापना की गई। इसी बैठक में हिन्दू समाज को संगठित और जागृत करने।उसके स्वत्वों, मानबिन्दुओं तथा जीवन मूल्यों की रक्षा और संवर्धन करने तथा विदेशस्थ हिंदुओं से संपर्क स्थापित कर उन्हें सुदृढ़ बनाने व उनकी सहायता करने सम्बन्धी विश्व हिंदू परिषद के तीन मुख्य उद्देश्य तय किए गए।हिन्दू की परिभाषा करते हुए कहा गया कि ‘जो व्यक्ति भारत में विकसित हुए जीवन मूल्यों में आस्था रखता है या जो व्यक्ति स्वयं को हिन्दू कहता है वह हिन्दू है।'अपने 56 वर्षों की विकास यात्रा में विहिप ने अनेक जन जागरण अभियान चलाए जो वैश्विक कीर्तिमान बन गए। 1984 में प्रारम्भ हुए श्री राम जन्म भूमि मुक्ति आन्दोलन ने देश के 3 लाख गाँवों के 16 करोड़ लोगों को जोडा।5 अगस्त 2020 के अयोध्या में भूमि पूजन के ऐतिहासिक दिवस को स्वर्णाक्षरों में दर्ज करा दिया। पौराणिक राम सेतु का अस्तित्‍व बचाने के लिए भी विहिप ने महत्‍वपूर्ण अभियान चलाया।वहीँ विहिप के बोध वाक्य “धर्मो रक्षति रक्षितः” और बोध चिह्न “अक्षय वटवृक्ष” भी तय हुआ। इस बैठक में देवेन्द्र श्रीवास्तव प्रखंड अध्यक्ष, मगन गुर्जर, रूपसिंह गुर्जर,संजय सैनी, सुरेशचंद गुर्जर, आदित्य दीक्षित, हर्षित दीक्षित, बाबूलाल गोयल,कैलाश पुर्विया,रामकिशन गुर्जर एडवोकेट आदि कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।