दीपक तिवारी
आज अधिकारियों के साथ बहुती भूमिगत नहर निर्माण का बाणसागर बाध स्थल में निरीक्षण किया एवं देवलोंद रेस्ट हाउस में आयोजित बैठक में नहर निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा किया। बाणसागर बहुउद्देशीय सिचाई परियोजना रीवा जिले में ही नहीं पूरे विंध्य क्षेत्र के लिए वरदान सावित हुई है। इससे रीवा संभाग के सभी जिलों में खेती को उन्नत बनाने तथा फसलों का उत्पादन बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बाणसागर से सिचाई के विस्तार के लिए बहुती भूमिगत नहर का निर्माण किया जा रहा है। इसका निर्माण पूरा हो जाने पर रीवा जिले के नईगढ़ी तथा मऊगंज क्षेत्रों में 2 लाख 90 हजार एकड़ क्षेत्र में सिचाई की सुविधा मिलेगी।
बाणसागर बाध की नहरों का लाभ रीवा जिले के अधिकांश क्षेत्रों को मिल रहा है। जिले का नईगढ़ी तथा मऊगंज क्षेत्र के किसानों को बाणसागर के पानी का पूरा लाभ अब तक नहीं मिला था। इस कमी को दूर करने के लिए बहुती भूमिगत नहर का निर्माण किया जा रहा है। इससे मऊगंज तथा नईगढ़ी क्षेत्र के 2 लाख 90 हजार एकड़ क्षेत्र में सिचाई की सुविधा मिलेगी। सिचाई की सुविधा मिलने से किसानों की तकदीर बदल जायेगी। खेती को उन्नत बनाने तथा स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के अवसर मिलेगे। खेती के विकास से ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को गति मिलेगी साथ ही व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। बहुती भूमिगत नहर किसानों के लिए वरदान सावित होगी।
नहर का निर्माण कार्य निर्धारित तय समय सीमा में पूरा कराए जाने के निर्देश दिए। जिससे आगामी फसल के लिए किसानों को सिचाई की सुविधा मिल सके। नहर निर्माण की सभी बाधायें दूर की जायेगी। नहर का निर्माण वर्ष 2021 तक पूरा करने के प्रयास करें। मुख्य नहर के निर्माण के साथ-साथ किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए सहायक नहरों का भी काम समय सीमा में पूरा करायें।
आज हुई बैठक में गंगाकछार के मुख्य अभियंता श्री ए.के. जैन ने बहुती भूमिगत नहर निर्माण के कार्यों की प्रगति की बिन्दुवार जानकारी दी। बैठक में व्यौहारी विधायक जिला शहडोल श्री शरद कोल जी, अधीक्षण यंत्री श्री डी.के. शर्मा, अधीक्षण यंत्री नहर श्री सीएम त्रिपाठी, कार्यपालन यंत्री क्योंटी नहर श्री मनोज तिवारी, कार्यपालन यंत्री श्री हरीश तिवारी तथा कार्यपालन यंत्री श्री एमएल मिश्रा उपस्थित रहे।