सवाई माधोपुर/बौंली@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। बौंली उपखंड क्षेत्र में अवैध बजरी परिवहन करने वाले लोगों ने आमजन की नाक में दम कर रखा है। क्षेत्र के बासड़ा नदी,सहरावता, संवासा आदि गांवों के लोगों को बजरी परिवहन करने वाले वाहन के आवागमन से पिछले एक महीने से भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है । बासड़ा गांव के हरकेश मीना,कजोड़मल मीणा आदि ने बताया कि इस समय हथड़ोली पंचायत के चरागाह भूमि से होने वाले अवैध बजरी खनन एवं निर्गमन से क्षेत्र की सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं ।वहीं बजरी लेकर ओवरलोड़ वाहन आबादी क्षेत्र में से गुजरने से तीन गांवों के लोगों को बजरी माफियाओं के साए में रात भर परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। ओवरलोड बजरी निर्गमन से रात- दिन गांव में जाम जैसी स्थिति बनी रहती है तो लोगों को जान का खतरा भी बना रहता है । कई बार तो ट्रैक्टर ट्रॉलीयों के गुल्ले और एक्सेल टूट जाने से गांव के आबादी क्षेत्र में रात भर जाम लगा रहता हैं। गांवों में बजरी परिवहन करने वाले वाहन चालकों द्वारा शराब के नशे में ग्रामीणों से हंगामा और विवाद किए जाने से लोगों को सुख की नींद भी नहीं आती है और दिन रात परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। ग्रामीणों द्वारा कई बार बौंली थाना पुलिस और जिला कलेक्टर को सूचना देने के बाद भी अवैध बजरी खनन और अवैध निर्गमन ओवरलोड़ परिवहन के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने से ग्रामीणों में खासी नाराजगी हैं। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से क्षेत्र में अवैध बजरी खनन और आबादी से गुजरने वाले वाहनों को रोकने के लिए बासड़ा नदी गांव में कार्रवाई की मांग की हैं। बौंली उपखंड मुख्यालय पर भी रात को आबादी क्षेत्र से अनेकों ट्रैक्टर टोलियां निकल रही है जिसकी शायद पुलिस व प्रशासन को जानकारी भी होगी लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही। उपखंड मुख्यालय पर ग्राम पंचायत सर्किल पर रात्रि को पुलिस की गश्त होने के कारण बजरी के ट्रैक्टर ट्रॉली चालक भोलेश्वर महादेव मंदिर के सामने से पुलिस की रेकी कर आबादी क्षेत्र के कई मोहल्लों से निकलते हैं ।गत दिवस तो कस्बे के डंगेडिया मोहल्ले में बजरी के एक ट्रैक्टर ट्रॉली से बीच सड़क पर शौचालय का गड्ढा क्षतिग्रस्त हो गया था ।ऐसी स्थिति में लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। आबादी क्षेत्र से रात को टैक्टर टोलियों के निकलने से कभी भी कोई गंभीर हादसा हो सकता है ।यह टेक्टर टोली चालक शराब के नशे के अंदर इस कदर ट्रैक्टर ट्रॉली को निकाल कर ले जाते हैं कि कभी कोई मकान भी इनकी चपेट में आ सकता है।