बौंली उपखंड की सड़कें हुई जर्जर, बिगड़े हालातों पर जनता नाखुश

 सवाई माधोपुर/ बौंली@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। जिले के बौंली उपखंड मुख्यालय अंतर्गत मुख्यालय सहित विभिन्न गांव एवं कस्बों की सड़कें अपनी बिगड़ी दशा पर आंसू बहाने को मजबूर है। मुख्य सड़क मार्गों की स्थिति सार- संभाल के अभाव में बद से बदतर हो चली है। बौंली भाजपा मंडल अध्यक्ष रामअवतार मीणा ने उपखंड क्षेत्र की सड़कों की दुर्दशा को लेकर विभाग सहित प्रशासनिक प्रशासनिक अधिकारियों एवं बामनवास विधायक को जिम्मेदार ठहराया है। मीणा का कहना है कि बारिश के प्रथम दौर में ही घटिया निर्माण के चलते मुख्य सड़क मार्ग पर बनी डामरीकृत सड़कें आवागमन के लिए महफूज नहीं है, क्योंकि विभागीय अनदेखी व उचित सार संभाल के अभाव में तथा गंदे पानी की समुचित ढंग से निकासी नहीं होने के कारण मुख्य सड़क मार्गों पर दो- दो फिट तक गहरे गड्ढे बन चले हैं, जिसमें अधिकांश जगहों पर गंदा पानी व कीचड़ के भराव की वजह से लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया प्रभारी विशाल राजौरा ने बताया की जबकि जनता द्वारा  अच्छी सड़कों के निर्माण लिए अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई से टेक्स तक चुकाया जाता रहा है। 
लेकिन सरकार उस टैक्स के पैसों से सड़कों के विकास पर नहीं खर्च कर जनता के साथ अन्याय कर रही है। स्वयं मुख्यमंत्री गहलोत अपनी सरकार बचाने के चक्कर में वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रभाव तक को भी भूल गये हैं। जबकि हर तरफ कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है और जनता कोरोनावायरस से बुरी तरह प्रभावित है। जनता का कोई धणी-धोरी नहीं है। गहलोत सरकार ने जनता को अपने स्तर पर ही मरने के लिए छोड़ दिया है। राज्य संभालना तो दूर स्वयं राज्य सरकार व उसके के कारिंदे यहां तक की स्थानीय विधायक भी सरकार बचाने के बहाने होटलों में मौज छान रहे हैं। और राज्य में चारों और बिजली- पानी, खस्ताहाल सड़कों एवं अन्य समस्याओं को लेकर जनता का जीना दूभर हो चला है।
               रामअवतार मीणा ने कहा कि सड़कों की बिगड़ी दशा को सुधारने के लिए ना तो सरकार गंभीर है ना ही स्थानीय प्रशासन व संबंधित विभाग। जनता बदहाल सड़कों पर सफर करने को मजबूर है,क्षतिग्रस्त सड़कों की वजह से आवागमन के साधनों व राहगीरों को चलने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि, जनप्रतिनिधियों की आंखों पर पूरी तरह से पर्दा पड़ा हुआ है। डीलेवरी(प्रसव काल) के समय महिलाओं को भी असहनीय पीड़ा झेलनी पड़ रही है। किसान व छात्र वर्ग भी है भयंकर परेशान हैं। भाजपा मंडल अध्यक्ष रामअवतार मीणा व उनकी टीम द्वारा उपखंड क्षेत्र की सड़कों का सघन निरीक्षण किया गया। जहां पर इस प्रकार की समस्याएं उनके सामने नजर आई ।             उपखंड क्षेत्र की सड़कों का निरीक्षण पूरा  करने के बाद भाजपाइयों का कहना है, कि कांग्रेस के नेताओं व सरकार पर तरस आता है! डेढ साल में आखिरी इन सब ने मिलकर सड़क विकास के लिए किया ही क्या है! 
 जबकि जनता के साथ वोट लेने के बाद इतना बड़ा धोखा शायद आज तक किसी सरकार ने नहीं किया होगा, जितना की  गहलौत सरकार ने किया है। 
क्षेत्र की प्रमुख सडके निम्न हैं जिनमें जनता धक्खे खा- खा कर जीने को विवश है ।

1- बौली से मित्रपुरा वाया लखनपुर! 2- भैडोली से उदगाव मोड  ! 
3- जटावती से हथडोली रोड! 
4- पीपलवाडा से हथडोली वाया          
     बासडा नदी! 
5- पीपलवाडा से राठौड़ ! 
6- बागडोली से निमोद!
7- लखनपुर से डूगरी रोड! 
8- बपूई से गूगडोद रोड! 
9- मित्रपुरा से कुटका रोड! 
10- कोडयाई से गालद कला, गालद 
       खुर्द रोड! 
11- बहनोली से बागडोली रोड! 
12- जस्टाना से गालद रोड वाया 
        सुन्दरपुर! 

           पिछले 7 दिनों से  प्रत्यक्ष निरीक्षण कर  मीणा ने स्वयं अपनी गाड़ी से, मोटरसाइकिल से घुम- घुम कर सारी सड़कों की बदहाल स्थिति देखकर यह सब जनता के सामने  रखी है। यह काग्रेस का डेढ साल का विकास है।मंडल अध्यक्ष मीणा ने अपने शब्दों में कहा कि
                  मैं विपक्ष की शानदार भूमिका निभाने के लिए उतावला हूँ! लेकिन कोरोना एडवाइजरी, सरकारी व who के नियम कानून आड़े आ रहे हैं! यह खत्म होते ही सबसे पहला एतेहासिक आंदोलन बौली क्षेत्र में सड़कों की बदहाल स्थिति को  लेकर ही होगा। मीणा ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि सरकार व प्रशासन सचेत हो जाये। उन्होंने आहवान करते हुए कहा कि सब मैरे समर्थक,आम जनता व भाजपा कार्यकर्ता तैयार हो जायें, 
अच्छी सड़कें हमारा प्रथम हक  व अधिकार है। जो सविधान प्रदत्त है! 
                     मैं आ रहा हूँ मैरे पहाड़- पीछवाड़ के भाईयों आपके हको के लिए लड़ने! मैरा साथ देना न्याय दिलवाऊंगा! आपका पसीना बहेगा वहां में खून बहाऊगा!