मलारना चौड़ में 18वीं नीलकंठ कावड़ यात्रा का आयोजन संपन्न
सवाई माधोपुर/ मलारना डूंगर @रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। श्रावण मास के चलते चहुं और इन दिनों लोक डाउन के बावजूद भी भक्तिमय वातावरण बना हुआ है। यही वजह है कि श्रद्धा और विश्वास कोरोना जैसी वैश्विक महामारी व उससे व्याप्त भय(डर) पर भारी पड़ते दिखाई दे रहे हैं। भगवान आशुतोष को प्रसन्न करने हेतु लोग श्रावण मास में विशेषकर सोमवार को जहां पवित्र तीर्थ स्थलों से कांवडों में जल भरकर लोग महादेव के शिवलिंग पर अभिषेक करने हेतु दूर-दराज की यात्रा कर रहे हैं, वहीं विभिन्न शिवालयों/बड़े मंदिरों में में भक्ति, संकीर्तन व नित्य पूजा अर्चना के साथ- साथ रुद्राभिषेक, जलाभिषेक आदि धार्मिक अनुष्ठानों का कार्यक्रम भी विधिवत रूप से संपन्न हो रहा है। शिव महिमा के गुणगान के चलते भक्तिमय वातावरण के बीच श्रावणमास के तीसरे सोमवार को मलारना डूंगर उपखंड क्षेत्र के मलारना चौड़ कस्बे में भी नीलकंठ कावड़ यात्रा का आयोजन किया गया। 24 जुलाई रात्रि से प्रारंभ हुई 17 सदस्यीय यात्रियों की पैदल कांवड़ यात्रा 27 जुलाई को आज दुर्गा सागर तालाब के समीप ग्राम पंचायत परिसर स्थित नीलकंठ धाम पहुंची। कावड़ यात्रा का ग्रामीणों द्वारा जगह-जगह पर पुष्प वर्षा कर व अबीर- गुलाल उड़ाकर तथा धार्मिक उद्घोष कर भव्य स्वागत किया गया। कावड़ यात्रा के आगे कांवड़िए एवं युवा डीजे की धुन पर भोलेनाथ के भजनों पर नाचते गाते चल रहे थे। कस्बे के विभिन्न मार्क से गुजरती हुई कावड़ यात्रा आखिरी में नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर पहुंची, यहां केदारनाथ रामेश्वर धाम (खंडार )से कावड़ियों द्वारा लाए गए त्रिवेणी संगम के पवित्र जल से भगवान नीलकंठ महादेव का विधि - विधान एवं पूजा अर्चना के साथ जलाभिषेक किया गया। महाआरती के साथ ही पूरा मंदिर परिषद हर -हर महादेव, हर- हर गंगे एवं हर- हर बम -बम जैसे भक्तिमय नारों से गूंजायमान हो उठा। इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भी भारी- भीड़ जुटी हुई नजर आई। यात्रा समापन के अवसर पर मंदिर परिसर में प्रसाद वितरण भी किया गया।