सवाईमाधोपुर @रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। भाजपा शासन में संसदीय सचिव रहे एवं खंडार के पूर्व विधायक जितेन्द्र गोठवाल ने कहा हैं कि एक और राज्य सरकार गरीबों के कल्याण के संकल्पबद्ध बताती हैं तथा दूसरी और गरीबों को लॉक डाउन के समय के विद्युत बिल जमा करवाने पर बनाते दबाब के चलते गरीब, किसान एवं मजदूर वर्ग विद्युत बिल के चुकारे के लिए घरों में पडा अन्न एवं आडे वक्त में साथ सहयोग देने वाले अपने जैवरों को बेचने पर विवश है।
पूर्व संसदीय सचिव रहे जितेन्द्र गोठवाल ने बयान जारी कर कहा कि राज्य में लॉक डाउन के चलते सारे कामकाज चौपट हो गये ,सारे धंधे रोजगार बंद पडे हैं। लोग काम धंधे को लेकर पलायन करने लगे है। ऐसे में आमजन जिनमें गरीब, मजदूर, किसान वर्ग आर्थिंक तंगहाली से परेशान हैै, जहां ऐसे लोग जैसे तैसे कर दो जूण रोटी का बंदोबस्त कर पा रहे है।
ऐसी स्थिति में राज्य की आमजन की हितेैषी बनने वाली सरकार इन वर्गो के हितों की जरा भी चिंता करती तो लॉक डाउन के समय का बिजली का बिल माफ करती।
उन्होने कहा कि विद्युत विभाग के कारिंदे रोज रोज विद्युत बिल का अविलम्ब चुकारे के लिए दबाब बना रही हैं तथा विद्युत कनेक्शन काटने के लिए अब अधिकारी कर्मचारी धमकाने लगे है।
गोठवाल ने कहा कि विद्युत महकमें के अधिकारियो ने विद्युत बिलों के भुगतान के लिए अब इतना दबाब बनाना प्रारंभ कर दिया कि आमजन अब प्रताडित होने लगें हैं तथा अब अपनी आबरू बचाने के लिए घरों में रखा अनाज और घरों में आडे वक्त काम देने वाले परिवार जनों के गहने बिजली के बिल चुकाने के लिए गिरवी रखने को मजबूर हो रहे है।
गोठवाल ने राज्य के मुख्यमंत्री से आग्रह किया हैं कि राज्य में लॉक डाउन के समय का विद्युत बिल माफ कर आमजन को राहत दे ।